Grain Market: अंबाला सिटी की मंडियों में धान की आवक तेजी से बढ़ रही है, लेकिन उठान की गति धीमी है। बारिश के कारण धान में नमी बढ़ गई है, जिससे उठान में समय लग रहा है। मंडियों में धान को सुखाने के लिए प्रर्याप्त स्थान न होने के कारण किसान सड़क किनारे धान सुखाने पर मजबूर हैं। उठान न होने से किसानों को समय पर भुगतान नहीं मिल पा रहा, जिससे उनकी आर्थिक समस्याएं बढ़ रही हैं।
जिला अंबाला की 14 मंडियों में अब तक 10 लाख क्विंटल से अधिक धान की आवक हो चुकी है, लेकिन उठान सिर्फ 17 प्रतिशत ही हो पाया है। इससे किसान कई दिनों तक मंडियों में अपनी फसल की रखवाली के लिए रुकने पर मजबूर हो गए हैं। मौसम भी किसानों के लिए मुसीबत बन गया है। लगातार बारिश से खेतों में पकी हुई फसलें गिर गई हैं, जिससे कटाई में देरी हो रही है।
राइस मिलर्स एसोसिएशन के जिला प्रधान संजीव गर्ग ने बताया कि बारिश से मंडियों में रखा धान भीग गया है, जिससे धान में बदबू आने लगी है। इस कारण धान को अधिक समय तक सुखाना पड़ेगा। इसके अलावा, जब इससे चावल निकाला जाएगा, तो टूटे चावल की मात्रा बढ़ेगी, जिससे मिलर्स को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
राइस मिलर्स की मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं, इसलिए उन्होंने सीएमआर का काम रोक दिया है। इस बीच, एजेंसियां धान की खरीदारी कर रही हैं, लेकिन उसे गोदामों में ही रखा जा रहा है। इससे किसानों की समस्याएं और बढ़ रही हैं,
क्योंकि उठान न होने से मंडियों में धान का अंबार लग गया है। जगह की कमी हो गई है, और किसान मजबूर है मंडियों में रात बिताने के लिए।