Inkhabar Haryana, Palwal News: किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। बागवानी खेती इन योजनाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें किसानों को परंपरागत खेती से हटकर अधिक लाभदायक विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी दिशा में पलवल जिले के किसान बेर की खेती करके लाखों रुपये कमा रहे हैं।
डॉ. अब्दुल रज्जाक ने बताया कि बेर का बाग 10 से 15 साल तक फल देता है, जिससे किसान को लगातार लाभ मिलता रहता है। इसके अलावा, किसान बेर के पेड़ों के नीचे सब्जी की खेती भी कर सकते हैं, जिससे उनकी अतिरिक्त आय हो सकती है। उन्होंने यह भी बताया कि होडल के एकीकृत बागवानी उत्कृष्ट केंद्र में बेर के बाग को हर साल 2 से 3 लाख रुपये में ठेके पर दिया जाता है। जो किसान इस बाग को ठेके पर लेते हैं, वे भी इसमें निवेश के बाद लाखों रुपये का मुनाफा कमाते हैं।
सरकारी अनुदान और योजनाओं का लाभ
PM नरेंद्र मोदी के “किसानों की आय दोगुनी” करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार बागवानी को बढ़ावा दे रही है। सरकार बागवानी खेती करने वाले किसानों को 30 से 35 प्रतिशत तक का अनुदान भी देती है, जिससे उन्हें आर्थिक सहायता मिलती है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 2-2 हजार रुपये की किस्त भी जारी की जा रही है, जिससे उन्हें खेती में और मदद मिल रही है।