Inkhabar Haryana, Yamunagar News: हरियाणा के यमुनानगर जिले में अचानक हुई भारी बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं। सरसों, गेहूं, प्याज और मक्का जैसी प्रमुख फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। कई इलाकों में खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं, जिससे किसान भारी आर्थिक संकट में आ गए हैं।
सैकड़ों एकड़ फसल हुई बर्बाद
यमुनानगर के मुस्तफाबाद, रादौर और जगाधरी ब्लॉक में भयंकर ओलावृष्टि के कारण सरसों की फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। गेहूं की फसल भी प्रभावित हुई है, हालांकि उसका सही आकलन फसल के सूखने के बाद ही हो पाएगा। इसके अलावा, प्याज और मक्के की फसल को भी गंभीर नुकसान पहुंचा है।
किसानों ने की मुआवजे और गिरदावरी की मांग
भारतीय किसान यूनियन (BKU) के यमुनानगर जिला अध्यक्ष संजू गुनदियाना ने बताया कि इस प्राकृतिक आपदा ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने सरकार से तुरंत गिरदावरी (फसल नुकसान का सर्वे) करवाने और किसानों को प्रति एकड़ 50,000 रुपये का मुआवजा देने की मांग की है।
आर्थिक संकट में किसान
खेती पर निर्भर किसान इस नुकसान से गहरे संकट में आ गए हैं। पहले ही कृषि इनपुट्स की बढ़ती लागत और जलवायु परिवर्तन के असर से परेशान किसानों के लिए यह ओलावृष्टि और आंधी एक और बड़ा झटका है। अगर सरकार जल्द मुआवजे का ऐलान नहीं करती, तो उनकी मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
सरकार से उम्मीद
अब सभी की निगाहें सरकार पर टिकी हैं कि वह कब तक इस नुकसान का आकलन कर राहत प्रदान करती है। किसानों को उम्मीद है कि सरकार जल्द से जल्द सर्वे करवाकर उचित मुआवजा देगी, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति संभल सके और आने वाले फसल चक्र के लिए वे दोबारा खेती कर सकें।