Inkhabar Haryana, Faridabad Assault Case: प्यार में धोखे की कहानियां तो आम हैं, लेकिन फरीदाबाद में सामने आया एक मामला इस हद तक खौफनाक है कि सुनकर रूह कांप जाए। शादी से इनकार करने पर एक महिला और उसके रिश्तेदारों ने युवक की बेरहमी से पिटाई कर दी। न सिर्फ पिटाई, बल्कि डंडों और सरियों से हमला कर उसके हाथ-पैर तक तोड़ दिए गए। पीड़ित युवक 17 दिन से अस्पताल में भर्ती है और चल-फिर पाने की हालत में भी नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, जवाहर कॉलोनी में मोबाइल की दुकान चलाने वाले गुलशन बजरंगी (निवासी गांव सारन) की शादी 2015 में हुई थी। शादी के बाद उनके तीन बच्चे भी हुए। घरेलू जिम्मेदारियों के बीच उनका जीवन सामान्य चल रहा था। गुलशन ने बताया कि 2019 में एक महिला अक्सर उसकी दुकान पर मोबाइल रिपेयरिंग के लिए आने लगी। वह फरीदाबाद NIT-2 इलाके में रहती थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच जान-पहचान बढ़ी और फिर यह रिश्ता प्यार में बदल गया। महिला पहले से शादीशुदा थी और उसकी 10 साल की बेटी भी है। उसने पति से तलाक का केस फाइल किया हुआ है। गुलशन भी धीरे-धीरे अपने परिवार से अलग हो गया और दोनों लिव-इन रिलेशन में रहने लगे।
वहां महिला के पिता और अन्य परिजनों ने उसके साथ मारपीट की। वह किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकला। इसके बाद महिला के भाई अमित ने उसे कॉल कर रुपए लौटाने की बात कही और भरोसा दिलाया कि अब कोई खतरा नहीं है। गुलशन जैसे ही उनके घर के पास पहुंचा, गली में पहले से घात लगाए बैठे लोगों ने उस पर डंडों, सरियों और चाकू से हमला कर दिया।
गुलशन को इस कदर पीटा गया कि उसके हाथ-पैर टूट गए और शरीर में 13 जगह फ्रैक्चर आ गया। वह सड़क पर अधमरा पड़ा रहा और मदद के लिए किसी को बुला भी नहीं सका। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। पहले उसे बीके (बादशाह खान) सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन परिजनों ने उसे फरीदाबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां अब भी उसका इलाज चल रहा है।
NIT-2 चौकी इंचार्ज दर्शन सिंह ने बताया कि 29 मार्च को ही गुलशन की शिकायत पर महिला के भाई अमित, पिता मनीष हन्नी, रिश्तेदार कमल उर्फ मन्नू बग्गी और तीन अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। गुलशन के परिवारवाले इस घटना से बेहद सदमे में हैं। उनका कहना है कि बेटे को छल और हिंसा का ऐसा रूप देखने को मिला, जिसकी कल्पना भी नहीं की थी। अब वह न्याय की आस लगाए बैठे हैं।