Inkhabar Haryana, Haryana Crime News: हरियाणा के फरीदाबाद जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। यह घटना ना सिर्फ मातृत्व को शर्मसार करती है बल्कि हमारे समाज में अब भी गहराई से जड़े अंधविश्वास की भयावह तस्वीर भी पेश करती है। सैनिक कॉलोनी में रहने वाली एक महिला ने अपने दो साल के मासूम बेटे को एक महिला तांत्रिक के बहकावे में आकर नहर में फेंक दिया।
क्या हैं पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, कपिल लुकरा और मेघा लुकरा की शादी को 16 साल हो चुके थे। शादी के 14 साल बाद उन्हें एक बेटा तन्मय उर्फ रौनिक हुआ। लेकिन किसी को क्या पता था कि जिसकी एक झलक के लिए उन्होंने वर्षों तक इंतज़ार किया, वही बच्चा एक दिन अंधविश्वास की बलि चढ़ जाएगा। रविवार शाम करीब 5 बजे मेघा अपने बेटे को लेकर घर से निकली। परिवार वालों को लगा कि वो टहलने गई है। लेकिन जब घंटों तक दोनों नहीं लौटे, तो चिंता गहराने लगी। तभी स्थानीय लोगों से सूचना मिली कि महिला ने अपने बेटे को बीपीटीपी थाना क्षेत्र की नहर में फेंक दिया है। जब लोगों ने देखा कि एक मां खुद अपने बच्चे को नहर में फेंक रही है, तो सभी स्तब्ध रह गए।
तांत्रिक के कहने पर किया ये खौफनाक काम
इस मामले में चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि मेघा ने यह कदम एक महिला तांत्रिक, मिता भाटिया, के कहने पर उठाया। तांत्रिक ने उसे यकीन दिलाया कि उसका बेटा किसी ‘सफेद जिन्न’ का अवतार है और वह पूरे परिवार के लिए खतरा बन सकता है। इस अंधविश्वास ने एक मां की ममता को निगल लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मेघा और तांत्रिक को हिरासत में ले लिया। कपिल लुकरा ने बीपीटीपी थाने में अपनी पत्नी और तांत्रिक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें बच्चे की तलाश में जुटी हैं, लेकिन सोमवार शाम तक बच्चे का कोई सुराग नहीं लग पाया था।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
कपिल लुकरा और उनकी 14 वर्षीय बेटी गहरे सदमे में हैं। कपिल ने कहा कि जिस बच्चे के लिए 14 साल तक तरसे, उसी को उसकी मां ने तांत्रिक के कहने पर मार डाला। यकीन नहीं होता कि यह वही महिला है जिसने नौ महीने तक उसे कोख में रखा। सैनिक कॉलोनी के लोग भी इस दर्दनाक घटना से सकते में हैं।