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Haryana Pakistani Spy: पाकिस्तानी हनीट्रैप में फंसा भारतीय युवक, धार्मिक यात्रा के बहाने गया था पाकिस्तान, ISI के लिए करने लगा जासूसी

BY: • LAST UPDATED : May 17, 2025
Inkhabar Haryana, Haryana Pakistani Spy: हरियाणा के कैथल जिले में हाल ही में गिरफ्तार किए गए 25 वर्षीय युवक देविंदर सिंह ढिल्लो के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि यह युवक एक खूबसूरत पाकिस्तानी युवती के हनीट्रैप का शिकार हुआ और बाद में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने लगा। देविंदर की गिरफ्तारी ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और जांच का दायरा अब उसके संपर्कों और बैंक खातों तक बढ़ा दिया गया है।

धार्मिक यात्रा बनी जासूसी की शुरुआत

देविंदर सिंह, जो मूल रूप से हरियाणा के कैथल जिले के एक गांव का निवासी है और पंजाब के पटियाला स्थित खालसा कॉलेज में एम.ए. प्रथम वर्ष का छात्र है, नवंबर 2024 में करतारपुर कॉरिडोर के माध्यम से पाकिस्तान गया था। उसका उद्देश्य धार्मिक स्थलों – करतारपुर साहिब, ननकाना साहिब, लाहौर और पंजा साहिब – के दर्शन करना था। इस धार्मिक यात्रा के दौरान देविंदर की मुलाकात एक खूबसूरत युवती से हुई। पूछताछ में देविंदर ने बताया कि वह उसकी सुंदरता के आकर्षण में पड़ गया। युवती ने उसे सात दिनों तक अपने पास रखा और धीरे-धीरे उसे मनोवैज्ञानिक रूप से फांसने का काम शुरू किया। उसने देविंदर से वादा किया कि अगर वह पाकिस्तान के लिए खुफिया जानकारी देगा, तो उसे न केवल पैसे मिलेंगे बल्कि और भी सुंदर लड़कियों से दोस्ती करवाई जाएगी।

ISI से संपर्क और जासूसी की ट्रेनिंग

उस युवती ने देविंदर को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के पांच एजेंटों के संपर्क में लाया और बाकायदा उसे जासूसी की ट्रेनिंग दिलवाई। उसे यह भी निर्देश दिया गया कि वह पंजाब के सैन्य क्षेत्रों की विशेष जानकारी और फोटो भेजे। विशेष रूप से उसे पटियाला कैंट एरिया की निगरानी करने को कहा गया था। देविंदर ने स्वीकार किया कि वह सैन्य क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी और तस्वीरें ISI एजेंटों को भेज चुका है। बाद में उसने यह डेटा अपने मोबाइल से डिलीट कर दिया था, जिसे अब पुलिस फॉरेंसिक जांच के जरिए रिकवर करने का प्रयास कर रही है।

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सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ फोटो

देविंदर की गतिविधियों पर पुलिस की नजर तब गई जब उसने सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ अपनी तस्वीरें पोस्ट कीं। यह संदिग्ध गतिविधि देखते हुए कैथल के गुहला थाने में उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पटियाला के खालसा कॉलेज के एक प्रोफेसर ने बताया कि देविंदर एम.ए. प्रथम वर्ष का छात्र था और पिछले एक साल से कॉलेज में पढ़ रहा था। वह एक सामान्य छात्र की तरह व्यवहार करता था और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि में शामिल नहीं दिखा। हां, मार्च 2025 के बाद से उसकी कक्षाओं में उपस्थिति काफी कम हो गई थी।
हाल ही में हुए तीन पेपरों में से वह सिर्फ एक में शामिल हुआ था। कॉलेज प्रशासन ने बताया कि कुछ सरकारी अधिकारी कॉलेज में उसकी जानकारी लेने के लिए आए थे। वे शायद उसके पते की पुष्टि या जांच के लिए आए थे, लेकिन उन्होंने कोई विशेष जानकारी साझा नहीं की।

जांच जारी, बैंक खाते और डिलीट डेटा खंगाला जा रहा

पुलिस अब देविंदर के बैंक खातों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसे पाकिस्तान से कितना पैसा मिला। साथ ही, उसके मोबाइल से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर कर यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि वह और कौन-कौन सी सूचनाएं ISI को भेज चुका है।