Advertisement
Advertisement
होम / Nuh Cyber Crime News: हरियाणा में साइबर ठगी का भंडाफोड़, ऑनलाइन किराए के नाम पर कर रहे थे ठगी, आरोपी गिरफ्तार

Nuh Cyber Crime News: हरियाणा में साइबर ठगी का भंडाफोड़, ऑनलाइन किराए के नाम पर कर रहे थे ठगी, आरोपी गिरफ्तार

BY: • LAST UPDATED : June 24, 2025

संबंधित खबरें

Inkhabar Haryana, Nuh Cyber Crime News: हरियाणा के नूंह जिले में साइबर अपराधों पर लगाम कसने की दिशा में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। जिले के पिनंगवा थाना क्षेत्र की पुलिस ने दो ऐसे शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है जो गुरुग्राम और नोएडा जैसी प्रमुख शहरी सोसाइटियों के फर्जी किराए के विज्ञापन देकर भोले-भाले लोगों से ऑनलाइन ठगी कर रहे थे। दोनों आरोपी सोशल मीडिया और ऑनलाइन प्रॉपर्टी पोर्टल्स का इस्तेमाल कर लोगों को झांसे में लेकर पैसे ऐंठते थे।

ऑनलाइन कमरा बुकिंग के नाम पर करते थे ठगी

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान साकिर पुत्र इस्ताक निवासी झिमरावट (वर्तमान में भट कॉलोनी, पिनंगवा) और शाहरुख पुत्र सूबे खान निवासी बेंशी, थाना सदर नूंह के रूप में हुई है। इन दोनों ने मिलकर एक संगठित तरीके से ठगी की योजना को अंजाम दिया।

जिला पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक से गुरुग्राम और नोएडा की हाई-राइज़ सोसाइटियों के फ्लैट्स की असली तस्वीरें डाउनलोड करते थे। फिर इन तस्वीरों को 99acres जैसे प्रॉपर्टी पोर्टल्स पर फर्जी मोबाइल नंबरों के साथ किराए के विज्ञापन के रूप में पोस्ट करते थे। जब कोई ग्राहक कमरे की जानकारी लेने के लिए कॉल करता, तो आरोपी उसे फर्जी QR कोड भेजते और बुकिंग अमाउंट के नाम पर पैसे अपने खातों में ट्रांसफर करवा लेते थे।

Advertisement

साइबर पोर्टल पर मिल चुकी थीं कई शिकायतें

बता दें कि, पुलिस को दोनों आरोपियों के मोबाइल नंबरों से जुड़ी कई शिकायतें राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर पहले से ही प्राप्त हो रही थीं। इसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को पकड़ने में सफलता पाई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से दो मोबाइल फोन और दो सिम कार्ड भी बरामद किए गए हैं, जिनका उपयोग ठगी में किया गया था।

पुलिस रिमांड की तैयारी

पुलिस ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की है, ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और ठगी के पैटर्न की गहनता से जांच की जा सके। यह भी पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है और ठगी की कुल राशि कितनी है। पुलिस ने आम नागरिकों से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में सतर्कता बरतने और किसी भी किराए के विज्ञापन की सत्यता की जांच करने की अपील की है। साथ ही अज्ञात नंबरों या बिना सत्यापन के QR कोड के माध्यम से किसी को भी पैसे ट्रांसफर न करने की सलाह दी गई है।