Inkhabar Haryana, Pakistani Spy Devender Singh: हरियाणा के कैथल जिले से गिरफ्तार किए गए युवक देवेंद्र सिंह पर देशद्रोह और जासूसी के गंभीर आरोप लगे हैं। प्रारंभिक जांच में यह खुलासा हुआ है कि देवेंद्र सिंह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियों के संपर्क में था और व्हाट्सएप के ज़रिए गोपनीय सूचनाएं साझा कर रहा था। पुलिस और विशेष जांच दल (SIT) ने देवेंद्र के पास से दो इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए हैं, जिनसे करीब 300 जीबी डाटा बरामद हुआ है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण बेहद संवेदनशील माना जा रहा है।
कैसे आया पुलिस के रडार पर?
देवेंद्र सिंह तब पुलिस के संदेह के घेरे में आया जब उसने हथियारों के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं। इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद कैथल के गुहला थाना पुलिस ने उस पर मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में ही इस बात के संकेत मिलने लगे कि वह किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
जांच में मिले खुफिया कनेक्शन
जांच में सामने आया कि देवेंद्र सिंह का संपर्क पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़ी एक महिला समेत चार एजेंटों से था। व्हाट्सएप के ज़रिए वह वीडियो कॉल, चैट और वीडियो के माध्यम से संवेदनशील जानकारी साझा करता था। इन सूचनाओं में पटियाला मिलिट्री कैंट से जुड़ी जानकारियां भी शामिल थीं, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। SP आस्था मोदी के अनुसार, आरोपी के पास से जब्त किए गए डिवाइस से 300 जीबी डाटा मिला है, जिसकी गहन जांच की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि देवेंद्र ने पाकिस्तान को कौन-कौन सी जानकारियां भेजी हैं और किस उद्देश्य से।
बैंक खातों और आर्थिक स्रोतों की भी जांच
देवेंद्र सिंह के बैंक खातों और वित्तीय लेनदेन की भी जांच की जा रही है, ताकि यह समझा जा सके कि उसे जासूसी के लिए कोई आर्थिक लाभ मिला था या नहीं। अब तक की जांच में यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हरियाणा-पंजाब से गिरफ्तार अन्य किसी आरोपी से उसका कोई संबंध है। सोमवार को तीन दिन की पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद देवेंद्र को प्रथम श्रेणी न्यायिक अधिकारी वीरेन काद्यान की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने पुलिस की मांग पर आरोपी की रिमांड चार दिन के लिए और बढ़ा दी है, जिससे जांच को और विस्तार मिल सके।
गांव में विरोध
देवेंद्र सिंह का गांव मस्तगढ़ इस गिरफ्तारी से सकते में है। ग्रामीणों ने एसपी आस्था मोदी से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि देवेंद्र एक धार्मिक व्यक्ति है जो पहले भी ननकाना साहिब के दर्शन के लिए जाता रहा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि कुछ एजेंसियां राजनीतिक लाभ के लिए इस मामले को अनावश्यक रूप से बड़ा बना रही हैं। परिजनों का दावा है कि देवेंद्र मासूम है और उस पर दबाव डालकर स्वीकारोक्ति करवाई गई है।