गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान कवि बिष्ट उर्फ रवि (34) पुत्र कुंदन सिंह, निवासी नैनीताल, उत्तराखंड (वर्तमान में किरायेदार, गोलु माजरा, डेराबस्सी) और जितेंद्र उर्फ हनी पुत्र रामसिंह, निवासी जिला होशियारपुर, पंजाब (वर्तमान में किरायेदार, बलटाना, जीरकपुर) के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया कि कवि बिष्ट वर्ष 2019 में स्नैचिंग के मामले में जेल गया था और दिसंबर 2024 में रिहा हुआ था। लेकिन नशे की लत के कारण उसने दोबारा अपराध की राह पकड़ ली। गिरफ्तारी के बाद आरोपियों ने कबूल किया कि वे नशे के इतने आदी हो चुके हैं कि बिना ड्रग्स के नहीं रह सकते। पुलिस हिरासत में आने के बाद उन्होंने यहां तक कह दिया कि “ड्रग्स दे दो, वरना रात को मर जाएंगे।”
आज ही इन अपराधियों ने पंचकूला में तीन जगह स्नैचिंग की:
पुलिस चौकी सेक्टर-10 के इंचार्ज गुरपाल सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर सेक्टर-4 से आरोपी कवि बिष्ट को गिरफ्तार किया। वहीं, दूसरे आरोपी जितेंद्र उर्फ हनी को साइबर सेल की मदद से मनीमाजरा से काबू किया गया।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ थाना सेक्टर-5 में दो और थाना सेक्टर-14 में एक मामला विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज किया है। पुलिस को शक है कि ये आरोपी अन्य स्नैचिंग की वारदातों में भी शामिल रहे हैं, जिसके लिए गहन पूछताछ जारी है।
पिछले कुछ महीनों में बढ़ती स्नैचिंग की घटनाओं को देखते हुए पंचकूला पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य ने अपराध रोकथाम के लिए सख्त निर्देश जारी किए थे। क्राइम मीटिंग में सभी थाना प्रभारियों और क्राइम ब्रांच इंचार्ज को रात्रि गश्त बढ़ाने, पीसीआर और राइडर टीमों को अलर्ट रहने, संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने, बिना नंबर प्लेट वाहनों और ट्रिपलिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे।
Sp मुख्यालय विक्रम नेहरा ने बताया कि अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस की ओर से निम्नलिखित कदम उठाए जा रहे हैं जिसमें भीड़-भाड़ वाले इलाकों में पैदल गश्त, 13 पीसीआर और 29 राइडर टीमों की नियमित तैनाती, सभी 11 नाकों पर पुलिस अलर्ट, संदिग्ध गतिविधियों और बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों पर कड़ी नजर पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी और सतर्कता से पंचकूला में स्नैचिंग करने वाले अपराधियों पर शिकंजा कसता जा रहा है। जनता को भी सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है।