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Training Inspector caught taking bribery: हरियाणा में रंगे हाथों रिश्वत लेता पकड़ा गया रोडवेज ट्रेनिंग इंस्पेक्टर, जानें कैसे हुआ खुलासा

BY: • LAST UPDATED : May 8, 2025

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Inkhabar Haryana, Training Inspector caught taking bribery: हरियाणा के सिरसा जिले से भ्रष्टाचार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां रोडवेज विभाग में कार्यरत ट्रेनिंग इंस्पेक्टर (एसआई) धर्मपाल को विजिलेंस टीम ने 17,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। धर्मपाल पर आरोप है कि उसने एक महिला अभ्यर्थी से बिना हाजिरी के हैवी ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के एवज में यह रिश्वत मांगी थी। यह कार्रवाई बुधवार शाम सिरसा बस स्टैंड पर की गई, जहां विजिलेंस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से एसआई को रिश्वत लेते हुए पकड़ा।

क्या हैं पूरा मामला?

यह पूरा मामला गांव लुदेशर की एक महिला अभ्यर्थी की शिकायत से शुरू हुआ। महिला ने सिरसा रोडवेज डिपो के हैवी ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आवेदन किया था। इसी दौरान उसे जानकारी मिली कि बिना ट्रेनिंग या हाजिरी दिए लाइसेंस बनवाने के लिए रिश्वत देनी होगी। इस प्रक्रिया में उसे सीएससी संचालक मनीष कुमार से संपर्क कराया गया, जो इस मामले में बिचौलिये की भूमिका निभा रहा था।

मनीष कुमार, जो चतरगढ़ पट्टी में अपनी दुकान चलाता है, ने महिला को एसआई धर्मपाल से मिलवाया और पैसे के लेन-देन की बातचीत करवाई। महिला अभ्यर्थी ने पूरा मामला विजिलेंस विभाग को बताया और फिर विजिलेंस की निगरानी में पूरा जाल बिछाया गया।

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विजिलेंस की सटीक कार्रवाई

बुधवार शाम, जैसे ही एसआई धर्मपाल ने महिला से 17,000 रुपये की रिश्वत ली, विजिलेंस सिरसा की टीम ने तुरंत मौके पर दबिश दी और उसे रंगेहाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई में मनीष कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है, जो पूरे भ्रष्टाचार चक्र का बिचौलिया था। विजिलेंस की टीम ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।

डीएसपी अमिता बेनीवाल का बयान

डीएसपी विजिलेंस अमिता बेनीवाल ने प्रेस को बताया कि एसआई धर्मपाल मंगालिया, सिरसा रोडवेज डिपो में हैवी ड्राइविंग लाइसेंस ट्रेनिंग स्कूल में तैनात था। वह प्रशिक्षण के बिना ही लाइसेंस बनवाने के लिए पैसों की मांग कर रहा था। महिला की शिकायत पर तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे रंगेहाथ पकड़ा गया। यह भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति का परिणाम है।