Inkhabar Haryana, Kurukshethra Geeta Saar: कुरुक्षेत्र की भूमि एक विशेष ऐतिहासिक और धार्मिक स्थान है, जहाँ भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध के मैदान में अर्जुन को भगवद गीता का सार सुनाया था। यह स्थान न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि भारतीय संस्कृति और विचारधारा का भी एक प्रमुख केंद्र है।
Tirupati Balaji: बालाजी को कहा जाता हैं देश के धनवान भगवान, यहां करोड़ों का चढ़ता हैं चढ़ावा
भगवद गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को अपने कर्तव्यों और धर्म का पालन करने की शिक्षा दी। युद्ध के मैदान में, जब अर्जुन को संदेह और भ्रम हुआ, तब कृष्ण ने उसे सही मार्ग दिखाया। उन्होंने यह समझाया कि जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन हमें अपने कर्तव्यों को निभाते रहना चाहिए। गीता का संदेश आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायक है, और इसे आत्मज्ञान, समर्पण और कर्म के सिद्धांतों का प्रतीक माना जाता है।
जानकारी के लिए बता दें कि, कुरुक्षेत्र में कई महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल हैं, जैसे ब्रह्म सरोवर और ज्योतिसर, जहाँ लोग आकर ध्यान और पूजा करते हैं। यहाँ हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं, विशेषकर गीता जयंती के अवसर पर। इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिसमें गीता के श्लोकों का पाठ और भक्ति संगीत होता है।
बता दें कि आज भी, कुरुक्षेत्र की भूमि हमें यह सिखाती है कि जीवन में समस्याएँ आ सकती हैं, लेकिन अगर हम सच्चे मन से अपने कर्तव्यों का पालन करें और सही मार्ग का अनुसरण करें, तो हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार, कुरुक्षेत्र केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं है, बल्कि यह जीवन के रहस्यों को समझने का भी एक अद्भुत केंद्र है।