इस बार बोर्ड ने परीक्षा केंद्रों पर सख्त निगरानी रखने के लिए 219 उड़नदस्तों का गठन किया है। इनमें:
इसके अतिरिक्त, 70 उप-मंडल अधिकारी (ना०) उड़नदस्ते, 22 जिला शिक्षा अधिकारी उड़नदस्ते, तथा उप-सचिव (संचालन) और सहायक सचिव (संचालन) के विशेष उड़नदस्ते भी परीक्षा केंद्रों की निगरानी करेंगे। परीक्षाओं की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-163 लागू की गई है, जिससे कोई भी अवांछित गतिविधि ना हो। साथ ही, परीक्षा केंद्रों के निकट फोटोस्टेट की दुकानें और कोचिंग सेंटर बंद रहेंगे।
बोर्ड ने इस बार प्रश्र पत्रों पर अल्फा न्यूमेरिक कोड, क्यूआर कोड और हिडन सिक्योरिटी फीचर जोड़े हैं। यदि कोई परीक्षार्थी, पर्यवेक्षक, या अन्य व्यक्ति प्रश्र पत्र की फोटो खींचता है, तो तुरंत पता चल जाएगा कि पेपर कहां से लीक हुआ। इससे किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने में सहायता मिलेगी। यदि किसी परीक्षा केंद्र से पेपर लीक होने की पुष्टि होती है, तो वहां के केन्द्र अधीक्षक, पर्यवेक्षक और नकल में संलिप्त परीक्षार्थियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी होगी ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोका जा सके। साथ ही, हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस बल तैनात रहेगा। जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र भारद्वाज ने कहा कि 1433 परीक्षा केंद्रों को पूरी तरह से सीसीटीवी निगरानी में रखा गया है। यदि कोई असामाजिक तत्व परीक्षा को प्रभावित करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड अध्यक्ष ने परीक्षार्थियों को तनावमुक्त होकर पढ़ाई करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि नियमित सिलेबस का रिवीजन करें, पुराने प्रश्र पत्र हल करें और स्वस्थ दिनचर्या अपनाएं। पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे विराम लेना भी जरूरी है, ताकि तनाव कम किया जा सके।
इसके अलावा, बोर्ड द्वारा डी.एल.एड. (रि-अपीयर/मर्सी चांस) परीक्षा का आयोजन 3 मार्च 2025 से किया जाएगा, जिसमें 5,070 छात्र-अध्यापक भाग लेंगे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस बार परीक्षा को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। छात्रों से अपील की गई है कि वे ईमानदारी और आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दें और अपने भविष्य को बेहतर बनाएं।