Inkhabar Haryana, School Time Change in Haryana: हरियाणा के भिवानी जिले में पड़ रही भीषण गर्मी और हीट वेव की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों के समय में बदलाव का निर्णय लिया है। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने नई समय-सारणी जारी की है, जो तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। यह फैसला विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्कूल प्रिंसिपलों और ग्रामीण क्षेत्रों से मिल रही शिकायतों के आधार पर लिया गया है।
स्कूली समय में परिवर्तन का कारण
पिछले कुछ दिनों से भिवानी और उसके आसपास के क्षेत्रों में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। कई जगहों से शिक्षा विभाग को यह शिकायतें मिलीं कि गर्मी के कारण बच्चों को स्कूल में परेशानी हो रही है। सिवानी, लोहारू व राजस्थान से सटे गांवों के स्कूलों से विशेष रूप से यह बात सामने आई कि गर्मी और पानी की कमी बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि स्कूलों में छात्र पानी की बोतलें तो लेकर आते हैं, लेकिन गर्मी के कारण सुबह 10 बजे तक ही बोतलों का पानी खत्म हो जाता है, जिससे बच्चों को गंभीर असुविधा होती है।
नए शेड्यूल का विवरण
जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग ने मिलकर यह फैसला किया कि जब तक गर्मी का प्रकोप बना रहेगा, तब तक स्कूलों का समय बदला जाएगा। अब विद्यार्थियों के लिए स्कूल का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। वहीं, अध्यापकों को सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक स्कूल में उपस्थित रहना अनिवार्य होगा। यह समय-सारणी जिले के सभी 747 प्राइमरी स्कूल, 98 मिडिल स्कूल, 63 हाई स्कूल और 139 सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में लागू होगी। यह नियम सरकारी और निजी दोनों प्रकार के विद्यालयों पर समान रूप से लागू रहेंगे।
शिक्षा विभाग की सख्ती
बदलते मौसम को देखते हुए शिक्षा विभाग न सिर्फ समय परिवर्तन कर रहा है, बल्कि स्कूलों की व्यवस्था पर भी निगरानी रख रहा है। हाल ही में विभाग द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में एक विद्यालय में 19 अध्यापक समय पर अनुपस्थित पाए गए। इन सभी अध्यापकों को तत्काल प्रभाव से नोटिस जारी किए गए हैं। शिक्षा अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि जब तक इन अध्यापकों का स्पष्टीकरण नहीं मिलता, तब तक उनका एक दिन का वेतन रोका जाएगा।
सावधानी और अपील
जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूल संचालकों से नियमों की सख्ती से पालना करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जो भी स्कूल इन निर्देशों की अवहेलना करेगा, उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, उन्होंने अभिभावकों से भी अनुरोध किया है कि वे बच्चों को स्कूल भेजते समय उचित सावधानी बरतें जैसे कि बच्चों के सिर को सूती कपड़े से ढकें, उन्हें पर्याप्त पानी पिलाकर भेजें और आवश्यकता पड़ने पर ORS का घोल भी दें।