Inkhabar Haryana, Panchkula News: हरियाणा के पंचकूला के सेक्टर-5 स्थित शालीमार ग्राउंड में 16 फरवरी को अरिजीत सिंह का भव्य लाइव कंसर्ट आयोजित किया गया, लेकिन कार्यक्रम के बाद यह आयोजन विवादों में घिर गया। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने ग्राउंड के सभी गेटों पर ताले जड़ दिए, जिससे आयोजकों का सामान और कुछ लोग अंदर ही फंसे रह गए।
आयोजकों ने ग्राउंड का इस्तेमाल 5 दिन तक किया
HSVP का कहना है कि आयोजकों ने ग्राउंड का इस्तेमाल चार से पांच दिन तक किया, जबकि किराया केवल एक दिन का ही जमा कराया गया था। सोमवार दोपहर तक ग्राउंड खाली नहीं होने पर प्राधिकरण ने चारों गेट बंद कर दिए और एक एंट्री प्वाइंट पर बड़ा गड्ढा कर दिया ताकि कोई भी वाहन टेंट, कुर्सी-टेबल या अन्य सामान बाहर न ले जा सके।
किराए को लेकर HSVP और आयोजकों के बीच तनातनी
एचएसवीपी अधिकारियों के अनुसार, शालीमार ग्राउंड दो हिस्सों में विभाजित है। पहले हिस्से का किराया 1.35 लाख रुपये और दूसरे का 23,000 रुपये है, जिससे कुल मिलाकर एक दिन का किराया 1.58 लाख रुपये बनता है। लेकिन आयोजकों ने ग्राउंड को चार-पांच दिन तक इस्तेमाल किया, जिसकी पूरी राशि जमा नहीं की गई।
SDO को निर्देश दिए गए हैं कि जितने दिन ग्राउंड का उपयोग हुआ, उसका बिल तैयार किया जाए और आयोजकों को भुगतान करना होगा। एचएसवीपी के इस्टेट ऑफिसर मानव मालिक ने बताया कि आयोजकों ने केवल एक दिन का भुगतान किया था, जबकि तैयारी कई दिन पहले शुरू हो चुकी थी और सोमवार दोपहर तक भी ग्राउंड पूरी तरह खाली नहीं किया गया था। इसी वजह से विभाग ने मजबूरन गेटों पर ताले लगा दिए।
आयोजकों का पक्ष और पेमेंट को लेकर भ्रम
आयोजकों का दावा है कि उन्होंने एचएसवीपी की ओर से मांगी गई पूरी राशि का भुगतान कर दिया है। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कितने दिनों की कितनी राशि दी गई है। आयोजकों ने कहा कि इस बारे में सटीक जानकारी उनके ऑफिस से ली जा सकती है। वहीं, HSVP अधिकारियों का कहना है कि अभी भी आयोजकों पर करीब 4 लाख रुपये का बकाया है और उन्हें जल्द से जल्द यह राशि जमा करने के लिए कहा गया है।
सामान और कर्मचारियों के फंसने से बढ़ी परेशानी
इस विवाद के चलते किराए पर दिए गए सामान को वापस लेने आए कई लोग घंटों तक गेट के बाहर खड़े रहे। वे अपने टेंट, कुर्सी-टेबल और अन्य सामग्री लेने आए थे, लेकिन ग्राउंड पर लगे ताले के कारण वे अंदर नहीं जा सके। कई घंटों के इंतजार के बाद एचएसवीपी ने एक गेट खोल दिया, जिससे सामान और लोग बाहर निकल सके। प्राधिकरण का कहना है कि जब तक बकाया राशि जमा नहीं होती, तब तक ऐसे आयोजनों को लेकर सख्त रवैया अपनाया जाएगा ताकि भविष्य में नियमों का सही ढंग से पालन हो।