Inkhabar Haryana, Aarti Rao on Corona Case in Haryana: हरियाणा सरकार की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव शुक्रवार को झज्जर के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित जिला स्तरीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं। यह संगोष्ठी महान समाज सुधारिका अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित की गई थी। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने न सिर्फ उनके योगदान को याद किया, बल्कि वर्तमान में उठ रहे सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों पर भी बेबाकी से अपनी राय रखी।
अहिल्याबाई होल्कर की विरासत को किया नमन
कार्यक्रम के दौरान आरती राव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अहिल्याबाई होल्कर के जीवन, उनके द्वारा किए गए समाज सेवा कार्यों और उनके नेतृत्व में महिलाओं के उत्थान की दिशा में किए गए प्रयासों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई एक ऐसी शासिका थीं जिन्होंने नारी शक्ति को नई पहचान दी और आज भी उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत है।
कोरोना को लेकर सरकार सतर्क- मंत्री
कार्यक्रम के उपरांत जब पत्रकारों ने स्वास्थ्य मंत्री से हरियाणा में एक बार फिर कोरोना के मामलों में हो रही वृद्धि को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। हर साल इस समय पर केसों में हल्की वृद्धि होती है, और इस बार भी वैसा ही हो रहा है। दिल्ली में केस बढ़े हैं और चूंकि हरियाणा दिल्ली से सटा है, इसलिए यहां भी असर हो सकता है, लेकिन हमने जिला स्तर पर पूरी तैयारी कर ली है।
आरती राव ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग सावधानी बरतें, मास्क पहनें, हाथ धोते रहें और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है और लोगों को किसी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
हरियाणा-पंजाब पानी विवाद पर दी प्रतिक्रिया
पानी विवाद के मसले पर जब आरती राव से सवाल पूछा गया, खासकर इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला द्वारा हरियाणा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को ‘डमी’ करार दिए जाने के संदर्भ में, तो मंत्री ने इस विषय पर संयमित किन्तु भावनात्मक प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह विवाद 30-40 साल पुराना है। जब एक राज्य के पास भरपूर पानी है और दूसरा राज्य सूखा है, तो क्या यह भाईचारा नहीं होना चाहिए कि थोड़ा पानी बांट लें? हम सब एक ही देश के हैं, तो हमें बांटने की जरूरत क्यों है? यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब खुद को हरियाणा से बड़ा समझता है। कल तक पंजाब के मुख्यमंत्री हरियाणा को भाई कहते थे, फिर आज क्या बदल गया?