Inkhabar Haryana, Cancer: कैंसर एक ऐसी जानलेवा बिमारी जिसका पता हमें हमेशा दुसरी या तीसरी स्टेज पर पता चलता है, जिसकी वजह से मरीज की जान पर बन आती है, अगर इस जानलेवा बिमारी का पता पहले स्टेज पर ही लग जाए तो मरीज को ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेद में तो इतनी ताकत है कि यह कैंसर जैसी बीमारी का पता 10 साल पहले ही चल जाता है। यह तरीका हमारे पूर्वजों को पता था, जिन्होंने आयुर्वेद में इसे वर्णित किया।
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प्रकृति को संतुलन में रखना जरूरी
आयुर्वेदिक लेख में लिखा है कि हर किसी की एक प्रकृति होती है, जो कि वात, पित्त और कफ दोष से बनती है। किसी के अंदर एक दोष की प्रकृति हो सकती है तो किसी की दो दोष या तीनों दोष की प्रकृति हो सकती है। इनका संतुलन में रहना जरुरी है। नहीं तो शरीर में कई बीमारियों का वास हो सकता है। इनमें से एक प्रकृति ऐसी है जिसे कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा होता है। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. रेखा राधामोनी ने कैंसर का पता लगाने वाले कुछ लक्षणों के बारे में बताया है।
पहले स्टेज में पता चल जाएगी बीमारी
इन लक्षणों से हम पता कर सकते है कि कैंसर है या नहीं। साथ ही हम इससे डायबिटीज जैसी बीमारी का भी पता लगा सकता है। इससे आप पहली स्टेज में ही बीमारी को पकड़ सकते है। आइए जानते हैं इन लक्षणों के बारे में।
- शरीर का चौड़ा होना।
- शरीर का ढील-डौल होना।
- त्वचा की रंगत का साफ या मुलायम होना।
- मोटे और घने बाल का होना।
- इंसान के मोटे होने की संभावना।
- पेट का कमजोर पाचन।
- शारीरिक गतिविधि का धीमा होना।
- तापमान के अनूकुल ठंडा या गर्म लगना।
- शरीर में टॉक्सिक पदार्थों का बढ़ना।
- नई चीजों को सीखने में कम होना।
- कुछ नया सीखने की गति का धीमा होना।
- उम्र के लक्षणों का धीमा होना।
- डायबिटीज, मोटापा, एथेरोस्क्लेरोटिक जैसी बीमारियों का होना।
कैंसर के बचाव
अगर आपके शरीर में ये लक्षण दिखते है तो कफ प्रकृति हो सकती है। यानी कैंसर का खतरा। ऐसे लोगों को डॉक्टर रेखा ने एक्सरसाइज करने की सलाह दी है। साथ ही जो व्यक्ति एक्सरसाइज नहीं करना चाहते है, वह व्यायाम कर सकते है। लोग जिम भी ज्वाइन कर सकते हैं। ये चीजें ही इस दोष को संतुलित कर सकती हैं, जिससे कैंसर का खतरा कम हो सकता है।