Inkhabar Haryana, Covid 19 JN.1 Case in Haryana: कोरोना महामारी को देश ने बीते वर्षों में पीछे छोड़ने की कोशिश की थी, लेकिन अब फरीदाबाद से आई एक नई रिपोर्ट ने फिर से चिंता बढ़ा दी है। ढाई साल के लंबे अंतराल के बाद शहर में एक बार फिर कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया है। 28 वर्षीय युवक, जो पेशे से सिक्योरिटी गार्ड है, कोरोना संक्रमित पाया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग फिर से सतर्क मोड में आ गया है और निगरानी बढ़ा दी गई है।
संक्रमित युवक की पहचान और लक्षण
सेहतपुर निवासी यह युवक बीते कुछ दिनों से बुखार, खांसी और सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों से परेशान था। शुरुआती लक्षणों को मामूली सर्दी समझ कर नजरअंदाज किया गया, लेकिन जब स्थिति नहीं सुधरी, तो वह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल पहुंचा। वहां की गई कोरोना जांच में मंगलवार देर शाम उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
स्वास्थ्य विभाग ने संभाली कमान
जैसे ही रिपोर्ट की पुष्टि हुई, सफदरजंग अस्पताल प्रशासन ने इसे आईएचआईबी पोर्टल पर अपलोड कर दिया और जिला स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने तुरंत कार्रवाई करते हुए संक्रमित युवक के परिवार से संपर्क किया और उन्हें कोविड प्रोटोकॉल अपनाने के निर्देश दिए। परिवार के सभी सदस्यों की कोरोना जांच भी कराई गई है। संक्रमित युवक को फिलहाल आइसोलेशन में रखा गया है और उसकी स्थिति पर नज़र रखने के लिए एक मेडिकल टीम गठित की गई है, जो दिन में दो बार फोन के माध्यम से उसकी स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ले रही है।
वेरिएंट की पुष्टि के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग की तैयारी
जिला स्वास्थ्य विभाग ने सफदरजंग अस्पताल से संक्रमित युवक का सैंपल मंगवाया है ताकि उसका जीनोम सीक्वेंसिंग कराया जा सके। इससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि युवक किस वेरिएंट से संक्रमित हुआ है। वर्तमान में देश और विदेशों में JN-1 वेरिएंट को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही वेरिएंट की पहचान संभव हो सकेगी।
डॉक्टरों की अपील: “घबराएं नहीं, सतर्क रहें”
उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामभगत ने जनता से संयम और जागरूकता बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने नागरिकों को सलाह दी है कि बार-बार हाथ धोएं, मास्क पहनें और सार्वजनिक स्थानों पर उचित दूरी बनाए रखें। साथ ही बुखार, सर्दी या खांसी जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत जांच कराएं और रिपोर्ट आने तक स्वयं को आइसोलेट करें। विटामिन सी युक्त भोजन लेने की भी सिफारिश की गई है।