Danger of Dengue: करनाल जिले में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से डेंगू के मामलों में तेजी देखी जा रही है, जिसमें लगातार दूसरे दिन 10 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संबंधित स्वास्थ्य कर्मियों को जिले भर में फॉगिंग और एंटी लार्वा गतिविधियों को तेज करने के आदेश दिए गए हैं। शनिवार को विभाग की टीमों ने 2820 घरों की जांच की, जिनमें से 21 घरों में मच्छरों का लार्वा पाया गया। इसके चलते 10 मकान मालिकों को नोटिस जारी किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की रोकथाम के लिए जिले में बड़े पैमाने पर घर-घर जाकर लार्वा की जांच की है। उप-सिविल सर्जन डॉ. अनु शर्मा ने बताया कि अब तक 11,14,092 घरों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से 8150 घरों में मच्छर का लार्वा मिला है। इसके परिणामस्वरूप 3721 मकान मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में अब तक 5795 संदिग्ध मरीजों के ब्लड सैंपल जांचे गए हैं, जिनमें से 185 मामलों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, जोड़ों में दर्द और आंखों का लाल होना शामिल हैं। यह बुखार दो से चार दिनों तक बना रहता है और धीरे-धीरे तापमान सामान्य हो जाता है, लेकिन इस दौरान शरीर में खून की कमी हो सकती है। जनवरी से अक्तूबर तक डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। जनवरी और फरवरी में केवल 1-1 केस थे, लेकिन अक्तूबर तक यह संख्या 120 तक पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों के आसपास पानी जमा न होने दें और मच्छरों से बचने के उपाय अपनाएं।