Inkhabar Haryana, Diabetes Cause: जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना एक स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा माना जाता है, लेकिन आज के डिजिटल युग में लोग अक्सर रात को देर तक जागते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हाल ही में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि रात को देर से सोने वालों को सुबह जल्दी उठने वालों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज का 46 प्रतिशत अधिक जोखिम होता है।
इस अध्ययन को नीदरलैंड्स में किया गया था और इसमें पांच हजार लोगों को शामिल किया गया, जिनका वजन सामान्य से अधिक था। इन लोगों को तीन समूहों में विभाजित किया गया: पहला, जो जल्दी उठते हैं (अर्ली क्रोनोटाइप), दूसरा, जो औसत समय पर उठते हैं (मिडिल क्रोनोटाइप), और तीसरा, जो देर से उठते हैं (लेट क्रोनोटाइप)। परिणाम बताते हैं कि देर से उठने वाले लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा अधिक होता है।
देर से सोने और उठने की आदतें शरीर की आंतरिक घड़ी (बायो क्लॉक) को प्रभावित करती हैं, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन समस्याओं में उच्च बॉडी मास इंडेक्स (BMI), पेट की चर्बी, फैटी लिवर और आंत में चर्बी का जमाव शामिल हैं। लेट क्रोनोटाइप वाले लोगों में मिडिल क्रोनोटाइप वालों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना अधिक देखी गई है।
यह अध्ययन यूरोपीय संघ की आगामी बैठक में भी प्रस्तुत किया जाएगा। इसका उद्देश्य लोगों को नींद के महत्व और इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में जागरूक करना है। सही समय पर सोने और जागने की आदतें अपनाकर, आप न केवल अपनी नींद की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं, बल्कि डायबिटीज जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को भी कम कर सकते हैं।