InKhabar Haryana,Paralysis: लकवा, जिसे हम पक्षाघात या पैरालिसिस के नाम से जानते हैं, अचानक से किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इसका प्रमुख कारण ब्रेन स्ट्रोक या सिर पर चोट लगना है। आमतौर पर यह समझा जाता है कि लकवे का कारण शरीर की कमजोरी है, लेकिन एक महत्वपूर्ण बात जो अक्सर अनदेखी रह जाती है, वह है पोटैशियम की कमी।
व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए दैनिक 3 ग्राम पोटैशियम की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह मांसपेशियों, तंत्रिकाओं और दिल के सही कार्य में सहायक होता है। जब शरीर में पोटैशियम की कमी होती है, तो व्यक्ति हाइपोकैलेमिक पीरियोडिक पैरालिसिस का शिकार हो सकता है, जिससे अस्थायी लकवा उत्पन्न होता है। पोटैशियम की कमी से मांसपेशियों की कमजोरी और दिल की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।
1. रक्तचाप नियंत्रण: यह सोडियम के प्रभाव को कम करने में मदद करता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
2. कोशिकाओं का कार्य: पोटैशियम पोषक तत्वों को कोशिकाओं में पहुंचाने और अपशिष्ट उत्पादों को बाहर निकालने में मदद करता है।
3. हड्डियों का स्वास्थ्य: यह मूत्र के माध्यम से कैल्शियम के नुकसान को कम करता है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम होता है।
– फल: केला, संतरा, अंगूर
– सब्जियां: पालक, आलू, शकरकंद
– मछलियां: सैल्मन, कॉड
– फलियां: विभिन्न प्रकार की दालें
इन खाद्य पदार्थों का सेवन करके आप अपने शरीर में पोटैशियम की मात्रा को बनाए रख सकते हैं और लकवे के जोखिम को कम कर सकते हैं।