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Viral Fever in Childern: बदलते मौसम में बच्चें खांसी-जुकाम से हैं परेशान तो न करें नजरअंदाज, एक्सपर्ट से जानें बचाव के उपाय

BY: • LAST UPDATED : February 25, 2025

Inkhabar Haryana, Viral Fever in Childern: फरवरी का महीना खत्म होने को है, लेकिन मौसम में लगातार बदलाव बना हुआ है। कभी ठंडी हवाएं, तो कभी हल्की गर्मी के कारण लोगों की सेहत पर असर पड़ रहा है। खासतौर पर छोटे बच्चे इस बदलते मौसम की मार झेल रहे हैं। बल्लभगढ़ में खांसी, जुकाम और बुखार जैसी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है।

छोटे बच्चों पर अधिक असर

बच्चों के स्वास्थ्य पर मौसम में बदलाव का सीधा प्रभाव पड़ रहा है। खासकर 6 माह से 5 साल तक के बच्चे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता के कारण यह मौसम उनके लिए चुनौती बन रहा है। शहर के सरकारी अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में सर्दी-जुकाम और बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या बढ़ रही है।

डॉक्टरों ने दी सलाह

बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल सेक्टर-3 स्थित प्रजनन स्वास्थ्य शिशु केंद्र (FRU-2) के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. शिव प्रकाश दुबे के अनुसार, “मौसम में हो रहे बदलाव के कारण छोटे बच्चों में खांसी-जुकाम और बुखार जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। हालांकि, यदि माता-पिता कुछ सावधानियां बरतें तो बच्चों को इन बीमारियों से बचाया जा सकता है।”

बच्चों की सेहत को लेकर कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए:

  • पौष्टिक आहार दें: हल्का, सुपाच्य और पोषण से भरपूर भोजन बच्चों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • पर्याप्त पानी पिलाएं: शरीर में पानी की कमी न हो, इसके लिए बच्चों को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ दें।
  • बाहर जाने से बचें: इस मौसम में छोटे बच्चों को ठंडी हवा या धूल-मिट्टी से बचाने के लिए अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकालें।
  • गर्म कपड़े पहनाएं: सुबह और शाम के समय हल्की ठंड बनी रहती है, इसलिए बच्चों को गर्म कपड़ों में रखें।
  • स्वच्छता का ध्यान रखें: हाथ धोने की आदत डालें और बच्चों को भी सफाई का महत्व सिखाएं।

अस्पतालों में बढ़ रही मरीजों की संख्या

बदलते मौसम के कारण सरकारी अस्पतालों और निजी क्लीनिकों में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि अभिभावकों को बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहना चाहिए और किसी भी गंभीर लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। बदलते मौसम में सेहतमंद रहने के लिए सावधानी ही सबसे बड़ा बचाव है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने और उन्हें बीमारियों से बचाने के लिए सही खान-पान और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।

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