इस विशेष कमेटी की देखरेख में सिपाहियों को पदोन्नति से संबंधित नियमों की गहराई से जानकारी देने के लिए यह मॉक टेस्ट आयोजित किया गया। करनाल पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया आईपीएस और एएसपी सृष्टि गुप्ता आईपीएस की निगरानी में यह परीक्षा संपन्न हुई।
करनाल पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने बताया कि पुलिस विभाग में सिपाही से हवलदार पद की पदोन्नति के लिए कुछ निर्धारित नियम हैं। जिन पुलिस सिपाहियों की सेवा अवधि पांच वर्ष पूर्ण हो चुकी है और जिनका सेवा रिकॉर्ड उत्कृष्ट है, उन्हें मुख्य सिपाही पद पर पदोन्नति के लिए एक प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
इस प्रक्रिया की पहली सीढ़ी बी-1 परीक्षा होती है, जो हर वर्ष सभी जिलों में आयोजित की जाती है। इस परीक्षा से पहले एक मॉक टेस्ट आयोजित किया जाता है, ताकि सिपाही परीक्षा प्रक्रिया को समझ सकें और अंतिम परीक्षा में किसी भी प्रकार की त्रुटि से बच सकें।