Inkhabar Haryana, Abhay Singh Chautala: इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने आज एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता आयोजित की, जिसमें उन्होंने पार्टी की वर्तमान स्थिति और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की। प्रदेश कार्यकारिणी बैठक में पार्टी के उम्मीदवारों को आमंत्रित किया गया था और सभी पदाधिकारी मौजूद थे।
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चौटाला ने बैठक में पार्टी के नेताओं की भूमिका और चुनावी प्रदर्शन पर भी चर्चा की। उन्होंने स्वीकार किया कि इस चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन में कमी आई है और इसके कारणों पर गहरी विचार-विमर्श की गई। उन्होंने कहा कि भविष्य में पार्टी को मजबूती से खड़ा करने के लिए रणनीति बनाई गई है और संगठन में नए बदलाव की आवश्यकता को रेखांकित किया गया है।
चौटाला ने कहा कि पार्टी के संगठन को नए सिरे से गठित करना चाहिए और नए साथियों को पार्टी में शामिल करने की आवश्यकता है। बैठक में यह भी विचार विमर्श किया गया कि संगठन में चार साल के बाद बदलाव होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जैसे ही किसान आंदोलन खत्म होगा, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जन-जन तक जाएगी और सरकार की नाकामियों के बारे में लोगों को बताएगी।
चौटाला ने हरियाणा में भाजपा की सरकार और विशेष रूप से भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भाजपा को सत्ता में लाने में सबसे बड़ी भूमिका भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रही है और उन्हीं की वजह से कांग्रेस को हरियाणा में सत्ता से बाहर किया गया। इसके अलावा, चौटाला ने जेजेपी पर भी हमला करते हुए कहा कि जो ताकतें आज उन्हें खत्म करना चाहती थीं, वे आज खुद खत्म हो गई हैं।
चौटाला ने चंडीगढ़ और एसवाईएल विवाद पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ हरियाणा का हिस्सा है और इसे किसी भी कीमत पर पंजाब के पास नहीं जाने दिया जाएगा। उनका कहना था कि यदि चंडीगढ़ पंजाब के पास जाता है, तो हिंदी भाषी इलाके हरियाणा को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा को अपनी ज़मीन का अधिकार चाहिए और यह मुद्दा विधानसभा में उठाया जाएगा।
चौटाला ने यह भी आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ज़मीन लेने के बदले में ज़मीन दे रही है, जो स्वीकार्य नहीं है। उनका कहना था कि चौधरी देवीलाल और इंडियन नेशनल लोकदल ने हमेशा हरियाणा के हक की लड़ाई लड़ी है और यही लड़ाई जारी रखेंगे।
चौटाला ने वर्तमान सरकार के कृषि संकट और डीएपी खाद की कमी को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि आज भी किसान लाठीचार्ज का शिकार हो रहे हैं और लाइन में खड़े हैं। उन्होंने बीजपी सरकार से इस पर माफी मांगने की मांग की और कहा कि सरकार की कमजोरी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
चौटाला ने विपक्ष की भूमिका पर भी टिप्पणी की और कहा कि जो पार्टी अपना नेता नहीं चुन सकती, वह विपक्ष कैसे हो सकती है। उनका इशारा कांग्रेस पार्टी की ओर था, जो लंबे समय से नेतृत्व संकट से जूझ रही है। चौटाला ने यह भी कहा कि जल्द ही वह और प्रदेशाध्यक्ष प्रदेश के विभिन्न इलाकों का दौरा करेंगे और नए संगठन की घोषणा करेंगे। उनका कहना था कि पार्टी को फिर से जनता से जुड़ने और मजबूत करने के लिए यह कदम आवश्यक है।
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