अर्जुन चौटाला ने हरियाणा की भौगोलिक स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि यह प्रदेश इतना छोटा है कि एक कोने से दूसरे कोने तक सड़क मार्ग से केवल 3-4 घंटे में पहुंचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का आवागमन पहले से ही सुगम होता है, क्योंकि उनके काफिले के लिए रास्ता साफ कराया जाता है। ऐसे में हेलीकॉप्टर खरीदने की आवश्यकता ही नहीं है। चौटाला ने इसे जनता के पैसे की बर्बादी बताया और सरकार की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाए।
विधायक अर्जुन चौटाला ने इस मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी फिजूलखर्ची हुई थी। हुड्डा सरकार ने 35 करोड़ रुपये में एक लाल रंग का हेलीकॉप्टर खरीदा था। चौटाला के अनुसार, यह प्रवृत्ति नई नहीं है, लेकिन यह जनता के हितों के खिलाफ है और इसे रोकने की आवश्यकता है।
अर्जुन चौटाला ने सरकार को सुझाव दिया कि हेलीकॉप्टर जैसे गैर-जरूरी खर्चों के बजाय इन पैसों का उपयोग राज्य के किसानों को उनकी फसलों के मुआवजे में किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा क्षेत्र की अनदेखी पर भी चिंता जताई और कहा कि इस धनराशि से हरियाणा के बच्चों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकती थीं।