हुड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार के संरक्षण में डाडम क्षेत्र में भी बड़े स्तर पर अवैध खनन हुआ। इस घोटाले की सच्चाई को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) और अदालतों ने भी स्वीकार किया है। उन्होंने दावा किया कि डाडम में अवैध खनन के कारण पहाड़ों को बर्बाद कर दिया गया, जिससे वहां मजदूरों की मौत भी हुई।
उन्होंने यमुना नदी में हो रहे खनन पर भी चिंता जताई। हुड्डा ने कहा कि खनन माफियाओं ने यमुना की धारा को ही बदल दिया है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। इससे आसपास के इलाकों में बार-बार बाढ़ आती है, जिससे लोगों के जीवन और सरकारी राजस्व पर गहरा नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इन मामलों की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि अवैध खनन घोटालों की जांच हाई कोर्ट के जज की निगरानी में सीबीआई से करवाई जानी चाहिए। उन्होंने पूछा कि सरकार ने हजारों करोड़ रुपये खनन माफियाओं की जेब में क्यों जाने दिए और अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की।