Inkhabar Haryana, CM Nayab Saini on Bhagwant Mann: हरियाणा और पंजाब के बीच लंबे समय से चले आ रहे जल विवाद पर शनिवार दोपहर 3 बजे चंडीगढ़ में एक अहम सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड नहर से संबंधित जल बंटवारे के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों को एक मंच पर लाकर समाधान तलाशना था। बैठक में हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने प्रदेश का पक्ष स्पष्ट शब्दों में रखा और इस संवेदनशील मुद्दे को लेकर पंजाब सरकार पर भी कई गंभीर आरोप लगाए।
आज जल बंटवारे पर सर्वदलीय बैठक ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि हम पंजाब सरकार से आग्रह करते हैं कि BBMB की तकनीकी समिति के 23 अप्रैल, 2025 के तथा BBMB बोर्ड के 30 अप्रैल, 2025 के हरियाणा को 8,500 क्यूसेक पानी देने के फैसले को बिना शर्त लागू करें और… pic.twitter.com/52EWP64zKR
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) May 3, 2025
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सीएम सैनी ने बैठक के दौरान जल संरक्षण और वितरण की मौजूदा स्थिति को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर बांध में एक स्तर से ज्यादा पानी हो जाता है तो उसे तकनीकी रूप से निकालना पड़ता है। ऐसी ही परिस्थिति अभी भी बनी हुई है, और अगर पानी छोड़ा गया तो वह पाकिस्तान की ओर चला जाएगा। सीएम ने बताया कि भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) की तकनीकी समिति बांध के जल स्तर की लगातार निगरानी करती है और उन्हीं की सिफारिशों पर पानी छोड़ा जाता है।
सीएम सैनी ने बताया कि उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को जल विवाद के समाधान हेतु पत्र लिखा था। इस पत्र के जवाब में मान ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वह इस मुद्दे का हल निकालेंगे। लेकिन बाद में कोई ठोस कार्रवाई न होते देख सैनी ने दोबारा संपर्क करने का प्रयास किया। इस पर उन्होंने कहा कि उत्तर देने के बजाय सीएम मान ने एक वीडियो जारी किया जिसमें गलत आंकड़े पेश किए गए। यह गंभीर मामला है जिसे राजनीतिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए।
सीएम सैनी ने बताया कि बीबीएमबी द्वारा आयोजित एक बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा कि हम पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि हमने जबरदस्ती पानी देने का निर्णय लिया, जबकि सच्चाई यह है कि सीएम भगवंत मान खुद पुलिस बल के साथ डैम पर पहुंचे और वहां से पानी बंद करवाया।