CM नायब सिंह सैनी का नेतृत्व प्रदेश में प्रशासनिक सुधार और पारदर्शिता का प्रतीक बन गया है। “कथनी-करनी एकै सार, जुल्म रहैया न भ्रष्टाचार, बिना खर्ची-पर्ची मिल रही नौकरियां हजार” यह नारा अब हरियाणा के कोने-कोने में गूंज रहा है। 17 अक्टूबर, 2024 को उन्होंने 25 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपकर यह सिद्ध कर दिया कि उनके लिए वादों से अधिक प्राथमिकता जनता की भलाई है। इस ऐतिहासिक कदम ने युवाओं में सरकार के प्रति विश्वास और उत्साह बढ़ाया है।
PM नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के व्यक्तित्व और कार्यशैली की भूरी-भूरी प्रशंसा की है। उन्होंने सैनी को “विनम्र, विवेकशील और विद्वान” की उपाधि देते हुए उन्हें एक कुशल नेता बताया। प्रधानमंत्री अक्सर अपने संबोधनों में सैनी के सरल व्यक्तित्व का उल्लेख करते हैं, जो उनकी राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा का प्रतीक है।
नायब सिंह सैनी की सरलता और सौम्यता ने उन्हें हर वर्ग में लोकप्रिय बनाया है। उनके दरवाजे हर किसी के लिए खुले रहते हैं। वे आम आदमी से सहजता से मिलते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान तुरंत करते हैं। सिरसा में हुए एक कार्यक्रम के दौरान जब स्थानीय विधायक गोकुल सेतिया को प्रोटोकॉल में शामिल नहीं किया गया, तो मुख्यमंत्री ने न केवल उन्हें बुलाया, बल्कि अपनी गाड़ी में उनके साथ समारोह स्थल पहुंचे। यह घटना मुख्यमंत्री की विनम्रता और सबको साथ लेकर चलने की नीति को दर्शाती है।
CM सैनी की कार्यशैली ने विपक्ष को भी प्रभावित किया है। हाल ही में नारायणगढ़ में आयोजित एक विकास रैली में कांग्रेस की स्थानीय विधायक श्रीमती शैली चौधरी ने CM की प्रशंसा की। उनके 15 मिनट लंबे संबोधन में सरकार की योजनाओं और मुख्यमंत्री के कार्यों का जिक्र हुआ। इसके जवाब में मुख्यमंत्री ने न केवल उनकी मांगों पर विचार का आश्वासन दिया, बल्कि उन्हें विश्वास दिलाया कि नारायणगढ़ को प्राथमिकता से विकास का लाभ मिलेगा।
20 जनवरी, 2025 को नारायणगढ़ में आयोजित विकास रैली के दौरान CM ने 43.50 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस रैली ने क्षेत्र के विकास में एक नई शुरुआत की। नारायणगढ़ को मुख्यमंत्री ने अपना गृहक्षेत्र बताते हुए वादा किया कि यहां के हर विकास कार्य को प्राथमिकता दी जाएगी।