रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद जिले के जुलाना खंड के नंदगढ़ गांव में हुआ था। उनका परिवार लंबे समय से इसी गांव में रह रहा था। उनके दादा मनीराम और परिवार के अन्य सदस्य यहीं बसे थे। उनके पिता जयभगवान ने बैंकिंग क्षेत्र में करियर बनाया और बैंक मैनेजर बने। उनकी पोस्टिंग दिल्ली में होने के कारण पूरा परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया। यहीं रेखा गुप्ता की शिक्षा-दीक्षा हुई और उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की।
रेखा गुप्ता का राजनीति से नाता कॉलेज के समय से ही जुड़ गया था। उन्होंने भाजपा के छात्र संगठन और अन्य गतिविधियों में भाग लेकर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। संगठन में सक्रिय भूमिका निभाने के कारण वह जल्द ही पार्टी नेतृत्व की नजर में आ गईं। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें राजनीति में आगे बढ़ने में मदद की।
रेखा गुप्ता ने भाजपा के टिकट पर उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। एक मजबूत संगठनकर्ता और कार्यकर्ताओं से जुड़े रहने के कारण वह जनता के बीच लोकप्रिय रहीं। उनकी रणनीति और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने उन्हें विधायक के रूप में सफल बनाया।
रेखा गुप्ता दिल्ली की तीसरी ऐसी मुख्यमंत्री होंगी, जिनकी जड़ें हरियाणा से जुड़ी हुई हैं। इससे पहले सुषमा स्वराज और अरविंद केजरीवाल भी हरियाणा से संबंध रखते थे। उनकी इस उपलब्धि से न केवल भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह है बल्कि हरियाणा के लोगों में भी गर्व की भावना है।