Inkhabar Haryana, Digvijay Chautala: जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने अमेरिका से डिपोर्ट हुए हरियाणवी युवाओं के विषय को बेहद चिंताजनक व गंभीर बताया और कहा कि सरकार को हरियाणा में युवाओं को रोजगार देने के लिए बेहतर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आज हमारे युवा रोजगार की तलाश में विदेश की ओर रूख कर रहे है। दिग्विजय ने कहा कि अपनी जमीन बेचकर लाखों रुपए लगाकर गए युवाओं का अमेरिका में हथकड़ियां लगाकर अपमान हुआ और ऊपर से राज्य सरकार द्वारा कैदियों की बस भेजना निंदनीय है।
75 प्रतिशत रोजगार कानून लागू करवाए सरकार – दिग्विजय
दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा सरकार को 75 प्रतिशत रोजगार कानून की जरूरत को समझना चाहिए और उसे न्यायिक जीत दिलाकर लागू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के प्रयासों से हमारे युवाओं को हरियाणा के निजी रोजगारों में बड़ा हिस्सा मिला था, लेकिन वो आज कानूनी अड़चन के चलते अटका हुआ है।
दिग्विजय ने कहा कि रोजगार कानून, विशेष रोजगार भवन स्थापित करने जैसे अनेक कदमों को ही कामयाब बनाने से प्रदेश के युवाओं को विदेशों में रोजगार तलाशने की जरूरत नहीं पड़ेगी और न ही रोजगार के लिए लाखों रुपए लगाकर विदेश में अपनी जान खतरे में डालने की जरूरत पड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को विदेश से डिपोर्ट होकर आए युवाओं को रोजगार दिलाने में सहायता करनी चाहिए।
जेजेपी सदैव हरियाणवी युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए गंभीर- दिग्विजय
दिग्विजय चौटाला ने हरियाणा सरकार से मांग करते हुए कहा कि रोजगार कानून लागू होने से प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि जेजेपी सदैव हरियाणवी युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए गंभीर रही है और मौका मिलने पर बड़े कदम उठाकर दिखाए है। दिग्विजय ने कहा कि हमारे किसान, आम परिवारों से जुड़े युवा प्रदेश में रहकर नौकरी करने के पक्ष में है, लेकिन आज हालात इतने खराब है कि मजबूरन उन्हें अपने देश से बाहर रोजगार के लिए जाना पड़ रहा है।
दिग्विजय ने कहा कि राजनीति से ऊपर उठकर हम सबको मिलकर प्रदेश के युवाओं के भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि रोजगार कानून लागू करवाने के लिए जेजेपी निरंतर प्रयासरत रहेगी और कानूनी लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेगी। दिग्विजय ने कहा कि रोजगार कानून हर हरियाणवी युवा का हक है और उसे लागू करवाना हम सबकी जिम्मेदारी बनती है।