प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को बार-बार बेइज्जती कराने का शौक है। उन्होंने कहा कि पहले लोकसभा और विधानसभा चुनावों में हार के बाद अब कांग्रेस नगर निगम चुनाव में भी फजीहत कराने जा रही है। कांग्रेस का कोई बड़ा नेता अपने उम्मीदवारों का नामांकन कराने तक नहीं पहुंचा, जबकि भाजपा के सीएम और मंत्री प्रचार में जुटे हुए हैं।
कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए सही उम्मीदवार तक नहीं मिल रहे, जिससे यह साफ है कि उनके नेताओं की कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के नेता जानते हैं कि चुनाव परिणाम क्या होने वाला है, इसलिए वे सक्रिय नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस अपनी इज्जत बचाने के लिए उम्मीदवारों को बलि का बकरा बनाती है, लेकिन अब तो उम्मीदवार भी बलि देने को तैयार नहीं हैं। भाजपा की मजबूती को देखते हुए दो कांग्रेस उम्मीदवार भाजपा में शामिल हो गए हैं।
कृष्णपाल गुर्जर ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व मेयर की पुत्रवधू ने कांग्रेस का टिकट लेने से इनकार कर दिया और अब निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं। इससे स्पष्ट होता है कि खुद कांग्रेस के नेता ही पार्टी से असंतुष्ट हैं और उन्हें कांग्रेस पर भरोसा नहीं रहा।
इस चुनाव में आम आदमी पार्टी भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। पार्टी कुल 18 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। हालांकि, कृष्णपाल गुर्जर ने इसे भाजपा के लिए कोई बड़ी चुनौती नहीं माना और दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी को इस बार पूरी तरह से ‘वॉकओवर’ मिल रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने फरीदाबाद में भाजपा की जीत को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि इस बार फरीदाबाद की मेयर पूरे देश के इतिहास में सबसे ज्यादा वोटों से जीतने जा रही हैं। उन्होंने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि 2 मार्च को अधिक से अधिक संख्या में मतदान करें और भाजपा को समर्थन दें।
कृष्णपाल गुर्जर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि हार के बाद कांग्रेस एक बार फिर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) पर ठीकरा फोड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास न तो मजबूत संगठन बचा है और न ही विश्वसनीय नेतृत्व। यही कारण है कि वह अपनी हार का ठीकरा EVM पर फोड़ने की रणनीति अपनाएगी।