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Haryana Assembly Election: फरीदाबाद में निर्दलीय नेताओं की धमक, भाजपा और कांग्रेस के बागी बिगाड़ सकते हैं चुनावी समीकरण

BY: • LAST UPDATED : September 16, 2024

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Inkhabar Haryana, Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनावों के इस दौर में फरीदाबाद की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है। भाजपा और कांग्रेस के बागी नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टियों के चुनावी समीकरणों को प्रभावित करने का इरादा किया है। फरीदाबाद क्षेत्र में निर्दलीय प्रत्याशियों की बढ़ती सक्रियता से चुनावी माहौल में हलचल मच गई है।

दीपक डागर उतरे निर्दलीय चुनावी मैदान में

बता दें कि पृथला विधानसभा क्षेत्र से बागी विधायक दीपक डागर ने निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरकर भाजपा की उम्मीदों को झटका दिया है। डागर की उम्मीदवारी भाजपा के वोट बैंक को प्रभावित कर सकती है, क्योंकि वह एक अनुभवी और प्रभावशाली नेता माने जाते हैं। उनकी निर्दलीय उपस्थिति भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है, खासकर उन मतदाताओं के बीच जो पहले उनके समर्थक थे।

 

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शारदा राठौर भी उतरी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में

बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की बागी नेता शारदा राठौर ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमाने का निर्णय लिया है। राठौर का निर्दलीय मैदान में उतरना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि उनकी पार्टी के भीतर की स्थिति को अस्थिर करने की उनकी क्षमता पर प्रश्न उठ रहे हैं। उनके नेतृत्व में कांग्रेस के पुराने समर्थक और कार्यकर्ता उन पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जिससे पार्टी को नुकसान हो सकता है।

 

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भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चुनौतियाँ बढ़ी

इसके अलावा, तिगाव से कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नगर ने भी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी अखाड़े में कदम रखा है। उनकी इस कदम से कांग्रेस के वोट बैंक में बंटवारा हो सकता है, जो पार्टी के चुनावी प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।इन निर्दलीय प्रत्याशियों की उपस्थिति से स्पष्ट है कि चुनावी मैदान में भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए चुनौतियाँ बढ़ गई हैं। ये बागी नेता न केवल अपनी-अपनी पार्टियों की चुनावी रणनीति को जटिल बना रहे हैं, बल्कि चुनावी परिदृश्य में भी महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।

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