Inkhabar Haryana, Haryana Assembly Session: हरियाणा के थानेसर से कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा ने हरियाणा विधानसभा से जुड़े विवाद पर कड़ा बयान दिया कि पंजाब सरकार के कई बयान इस मुद्दे पर गलत हैं और चंडीगढ़ को लेकर हरियाणा का अधिकार भी उतना ही है जितना पंजाब का है।
Haryana Assembly Session: हरियाणा विधानसभा सत्र का चौथा दिन, यें विधेयक होंगे पारित होना
अरोड़ा का बयान इस बात पर जोर देता है कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का भी अधिकार है। उन्होनें कहा कि चंडीगढ़ हमारा भी है और हमें इसके बदले में पैसा या जमीन नहीं दी जानी चाहिए। इस बयान से साफ है कि वे इस विषय को लेकर पूरी तरह से गंभीर हैं और हरियाणा के हक के लिए आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को संवेदनशील बताते हुए कहा कि आगामी परिसीमन से पहले राज्य को अधिक स्थान की आवश्यकता है और इसके लिए नई विधानसभा इमारत की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने इस पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह राजनीतिक विवाद न बने और सभी पक्षों का पक्ष सुना जाए। मुख्यमंत्री का यह बयान यह दर्शाता है कि यह मुद्दा केवल सरकार का नहीं, बल्कि पूरे राज्य का है और इसे एकता के साथ हल करना जरूरी है।
अशोक अरोड़ा ने अपनी टिप्पणी में SYL (सतलुज यमुना लिंक) नहर के पानी के मुद्दे का भी उल्लेख किया, जो हरियाणा के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण मसला है। उन्होंने कहा कि SYL का पानी हरियाणा के किसानों को मिलना चाहिए, और सुप्रीम कोर्ट का भी यही आदेश है। हम इसका पानी लेंगे, चाहे जो भी हो। यह बयान स्पष्ट रूप से यह दर्शाता है कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ी है और किसानों के हित में हर कदम उठाने के लिए तैयार है।
पंजाब के नेताओं द्वारा उठाए गए सवालों के बावजूद, अशोक अरोड़ा ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में मुख्यमंत्री की अगुवाई में सरकार के साथ है और विपक्षी दलों का समर्थन भी इस मुद्दे पर सरकार के पक्ष में है।