Inkhabar Haryana, Haryana Assembly Session: हरियाणा विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 नवंबर से शुरू होकर बुधवार को समाप्त हुआ। इस सत्र में कुल चार बैठकों का आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 27 घंटे की सकारात्मक और सार्थक चर्चा हुई। सत्र में न केवल राज्य के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई, बल्कि कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को भी पारित किया गया। इस सत्र का समापन राज्यपाल के अभिभाषण और विधानसभा में विभिन्न विधेयकों की चर्चा के साथ हुआ, जो हरियाणा की जनता के हित में महत्वपूर्ण फैसले साबित हुए हैं।
सत्र की शुरुआत माननीय राज्यपाल के अभिभाषण से हुई, जिसमें उन्होंने राज्य की स्थिति और भविष्य के विकास की दिशा पर प्रकाश डाला। इसके बाद, सभी विधायकों ने राज्यपाल के अभिभाषण पर गहन चर्चा की। इस सत्र के दौरान, प्रथम पातशाही गुरु नानक देव जी के 555वें प्रकाश पर्व पर एक प्रस्ताव पारित किया गया, जो धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था। इसके अलावा, अन्य कई विषयों पर भी गंभीर चर्चा हुई।
शीतकालीन सत्र के दौरान एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया, जिसमें पट्टेदार किसानों को उनकी ज़मीन पर मालिकाना हक़ देने का प्रस्ताव पारित किया गया। यह कदम किसानों के हक में बड़ा बदलाव साबित हुआ है। इसके अलावा, कर्मचारियों के अधिकारों को लेकर भी कई कदम उठाए गए। एचकेआरएन के अनुबंधित कर्मचारियों की सेवाओं को संरक्षित करने के लिए एक नया कानून पारित किया गया, जिसके तहत लगभग एक लाख 20 हजार कर्मचारियों की नौकरी सुरक्षित हुई।
नए विधानसभा भवन की आवश्यकता और इसकी संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। सदन ने इस मुद्दे पर एकजुटता का संकेत दिया और कहा कि, यदि पंजाब को भी नया विधानसभा भवन बनाने की आवश्यकता है, तो उसे उचित स्थान और संसाधन मिलना चाहिए। इसी तरह, हरियाणा के पानी के अधिकारों पर भी चर्चा हुई, खासकर SYL नहर के पानी को लेकर, जिस पर हरियाणा का हक़ बताया गया।
इस सत्र में विपक्ष की भूमिका भी महत्वपूर्ण रही। विपक्ष ने सरकार के कार्यों पर सवाल उठाए, लेकिन विधानसभा में दी गई समय सीमा और अवसर के तहत उन्होंने अपनी बातें खुलकर रखीं। मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखते हुए यह स्पष्ट किया कि सरकार ने जो वादे किए थे, उन्हें हर हाल में पूरा किया जाएगा। आगामी 2024 के लिए पार्टी का नया संकल्प पत्र भी जारी किया गया है, जिसमें जनता से किए गए वादों को तीव्र गति से पूरा करने का आश्वासन दिया गया।
सत्र की समाप्ति पर मुख्यमंत्री ने हरियाणा की जनता का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनकी सरकार हरियाणा में तीसरी बार विजय नॉनस्टॉप का मॉडल लागू करेगी। इसके अलावा, राज्य के समग्र विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
इस शीतकालीन सत्र ने न केवल प्रदेश के राजनीतिक भविष्य को प्रभावित किया, बल्कि प्रदेशवासियों के हित में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए। आगामी सत्रों में इन निर्णयों पर कैसे अमल होता है, यह देखने योग्य होगा, लेकिन इस सत्र ने हरियाणा के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
Haryana Assembly Session: हरियाणा विधानसभा सत्र का चौथा दिन, यें विधेयक होंगे पारित होना