Inkhabar Haryana, Haryana Budget Session 2025: हरियाणा विधानसभा सत्र के दौरान इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के विधायक अर्जुन चौटाला ने गवर्नर एड्रेस पर चर्चा के दौरान राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि गवर्नर ने अपने संबोधन में सच्चाई छिपाने की कोशिश की और जब उन्होंने खुद पूरा एड्रेस पढ़ा, तो उसमें कई झूठ पाए। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी सरकार पर गुरुग्राम के विकास को लेकर भी तीखी आलोचना की।
गवर्नर एड्रेस पर उठाए सवाल
अर्जुन चौटाला ने विधानसभा में चर्चा के दौरान कहा कि गवर्नर ने जब अपना एड्रेस पढ़ना शुरू किया, तो उन्होंने उसे अधूरा छोड़ दिया। चौटाला के अनुसार, जब उन्होंने खुद पूरा एड्रेस पढ़ा तो यह साफ हुआ कि इसमें कई झूठ थे, जिनका बचाव करना मुश्किल था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि गवर्नर एड्रेस में इतनी गलत बातें थीं कि शायद उन्हें भी विश्वास नहीं हुआ और वह वापस चले गए। उन्होंने घर जाकर प्रयागराज से लाए हुए पानी से स्नान किया। उनकी इस टिप्पणी पर विधानसभा स्पीकर ने आपत्ति जताई, जिसके बाद अर्जुन चौटाला ने माफी मांगकर चर्चा को आगे बढ़ाया।
गुरुग्राम को लेकर बीजेपी पर हमला
गुरुग्राम के विकास को लेकर भी अर्जुन चौटाला ने बीजेपी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आज जो गुरुग्राम एक बड़ा साइबर हब बना है, उसका पूरा श्रेय पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को जाता है। उनके विजन की वजह से गुरुग्राम का इतना विस्तार हुआ और वह देश के सबसे महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट केंद्रों में से एक बन पाया।
उन्होंने बीजेपी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी की गुरुग्राम को लेकर सबसे बड़ी उपलब्धि यही है कि उन्होंने गुड़गांव का नाम बदलकर गुरुग्राम कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार द्वारा सेक्टर 43 में एक कॉलेज बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन अब उस जमीन पर लग्जरी हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाया जा रहा है, जहां एक फ्लैट की कीमत 9 से 10 करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है।
बीजेपी सरकार की नीति पर सवाल
अर्जुन चौटाला ने सरकार की विकास योजनाओं पर भी सवाल उठाए और कहा कि बीजेपी सिर्फ घोषणाएं करती है, लेकिन जब उन्हें पूरा करने का समय आता है, तो योजनाएं बदल दी जाती हैं या फिर जनता के हितों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में शिक्षा और बुनियादी ढांचे के विकास की जगह रियल एस्टेट को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिससे आम जनता को कोई सीधा लाभ नहीं मिल रहा।