InKhabar Haryana, Haryana Elections: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शंभू बॉर्डर पर बैठे किसानों को लेकर विवादास्पद बयान दिया है, जो अब विपक्ष के निशाने पर आ गया है। उन्होंने एक सभा में कहा, “पंजाब का बॉर्डर बंद होने से आम लोगों और व्यापारियों को परेशानी हो रही है। हमने इस मार्ग को खोलने के लिए योजना बना ली थी, लेकिन जो लोग वहां बैठे हैं, वो असल में किसान नहीं हैं। वे किसानों का मुखौटा पहनकर सिस्टम को खराब करने आए हैं।”
खट्टर के इस बयान ने कांग्रेस को हमला करने का एक नया मौका दे दिया है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर जवाब देते हुए कहा कि यह पहली बार नहीं है जब बीजेपी ने किसानों का अपमान किया है। उनका यह बयान बीजेपी के किसान विरोधी चेहरे को उजागर करता है। इस बीच, हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से लोकसभा सांसद कंगना रनौत के हालिया बयान ने बीजेपी को पहले ही संकट में डाल रखा था।
कंगना ने कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग की थी, जिसके बाद जब उन्हें आलोचना का सामना करना पड़ा, तो उन्होंने अपने शब्द वापस लेने का एक वीडियो जारी किया।
मनोज खट्टर का बयान यह दर्शाता है कि किस तरह से राजनीतिक बयानबाजी किसानों के मुद्दे पर हो रही है। विपक्ष इस अवसर का इस्तेमाल कर बीजेपी पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, जो इस मुद्दे पर पहले ही कई बार विवादों में घिरी रही है। किसान आंदोलन के बीच ऐसे बयान और भी महत्वपूर्ण बन जाते हैं और राजनीतिक ध्रुवीकरण को बढ़ाते हैं।