Inkhabar Haryana, Haryana Legislative Assembly: 15वीं हरियाणा विधान सभा का प्रथम सत्र 25 अक्टूबर से शुरू होकर अब 18 नवंबर तक चलेगा। यह निर्णय विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण की अध्यक्षता में हुई कार्य सलाहकार समिति की बैठक में लिया गया। इस बैठक में कई मंत्री शामिल हुए थे।
यें मंत्री हुए शामिल
बता दें कि, बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह, संसदीय कार्य मंत्री महीपाल ढांडा, कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी, विधान सभा उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण मिड्ढा, विधायक सावित्री जिंदल, गीता भुक्कल और अर्जुन चौटाला ने भी भाग लिया। सत्र की तैयारियों की समीक्षा के लिए विधान सभा अध्यक्ष ने हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ के शीर्ष अधिकारियों के साथ भी बैठक की। बैठक के बाद, उन्होंने विधान सभा परिसर का मुआयना किया और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
सुरक्षा प्रबंधों का किया मुआयना
बैठक के बाद विस अध्यक्ष ने विधान सभा परिसर का मुआयना भी किया। सुरक्षा प्रबंधों को लेकर आयोजित बैठक में विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि विधान सभा सत्र संसदीय लोकतंत्र का पर्व है। इसकी प्रत्येक व्यवस्था नियमों के अनुसार पूरी तरह कर्तव्यनिष्ठा के साथ की जानी चाहिए। सत्र की कार्यवाही में भाग लेने वाले किसी भी माननीय सदस्य को दिक्कत का सामना न करना पड़े। सत्र के दौरान दर्शकों विशेषकर स्कूली बच्चों की सुविधा का भी पूरा ख्याल रखें।
मीडिया की आवश्यकता से ज्यादा न हो चेकिंग
सुरक्षा के संबंध में उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि किसी भी आगंतुक या मीडियाकर्मी की आवश्यकता से अधिक चेकिंग न हो, ताकि सभी को आसानी से प्रवेश मिल सके। पार्किंग व्यवस्था को दुरुस्त करने के साथ ही, ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखने की बात भी की गई।
वैध प्रवेश पत्र होना जरुरी
सत्र के दौरान विधान सभा परिसर में केवल वही लोग प्रवेश करेंगे जिनके पास वैध प्रवेश पत्र होंगे। मुख्यमंत्री, विधान सभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के अलावा, अन्य मंत्री और विधायक अपने सुरक्षा कर्मियों के साथ विधान भवन में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। साथ ही, पंजाब के साथ साझा सभी 7 रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। महिला दर्शकों की चेकिंग के लिए अलग से कैबिन भी बनाए गए हैं।