Inkhabar Haryana, Haryana Winter Session: हरियाणा विधानसभा में राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक रघुबीर कादियान ने सरकार के विजन पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने राज्यपाल के अभिभाषण को हड़बड़ी में तैयार किया गया बताया और कहा कि इसमें राज्य के विभिन्न विभागों का उल्लेख नहीं किया गया है।
कादियान ने बीपीएल श्रेणी का जिक्र किया
कादियान ने इस बात पर भी विरोध किया कि अभिभाषण में सिर्फ यह कहा गया कि सरकार को जनादेश मिला है, जबकि इसके बजाय जनहित से जुड़ी वास्तविक समस्याओं पर ध्यान दिया जाना चाहिए था। उन्होंने हरियाणा की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में चर्चा थी कि हरियाणा में भाजपा सत्ता में आ रही है और कांग्रेस जा रही है, यह राजनीतिक बदलाव समय का फेर था।
अभिभाषण में प्रति व्यक्ति आय का जिक्र करने पर कादियान ने सवाल उठाया कि जिन 75 लाख लोगों को बीपीएल श्रेणी में रखा गया है, क्या वे लोग हरियाणा से हैं या बाहर से आए हैं। इससे प्रदेश की बदनामी हो रही है और सरकार को इसकी सच्चाई सामने लानी चाहिए।
डीएपी खाद का उठाया सवाल
कादियान ने डीएपी खाद की कमी का भी मुद्दा उठाया और मुख्यमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। उन्होंने बताया कि एक किसान की आत्महत्या भी हो चुकी है, और इस पर सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव लाने की जरूरत है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर किसानों के लिए सरकार की सोच में सुधार नहीं हुआ तो उनकी स्थिति और खराब हो सकती है।
एसवाईएल पानी के मुद्दे पर कादियान ने कहा कि कई सरकारों के प्रयासों के बावजूद हरियाणा को पानी नहीं मिला, जबकि रावी-ब्यास का पानी हरियाणा को मिल सकता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर धारा 370 हटाई जा सकती है, तो क्या हरियाणा को पानी नहीं मिल सकता।
भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपए की रिश्वत
कादियान ने एचपीएससी में हुई नियुक्तियों और कथित भ्रष्टाचार की जांच की भी मांग की। उन्होंने कहा कि डिप्टी सचिव की नियुक्ति के मामले में कोई स्पष्ट प्रावधान नहीं है और भर्ती के नाम पर करोड़ों रुपए की रिश्वत ली गई है, इसके पीछे की सच्चाई सामने आनी चाहिए।
आखिर में, कादियान ने हरियाणा के बढ़ते अपराधों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने राज्य में अपराध दर के बढ़ने और मंत्री तथा अधिकारियों पर यौन शोषण के आरोपों का जिक्र किया। इसके अलावा, उन्होंने 2016 में मुख्यमंत्री द्वारा घोषित किए गए कॉलेज के निर्माण को लेकर भी सवाल उठाए, जो आज तक पूरा नहीं हो सका।