Gulab Chand Kataria: पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया सरहदी क्षेत्रों के दौरे पर जाने वाले हैं। पंजाब के राज्यपाल बनने के बाद उनका ये पहला सरहदी दौरा है। वही इससे पहले पूर्व राजयपाल बनवारी लाल पुरोहित ने अपने कार्यकाल में 6 सरहदी दौरे किए थे। इस दौरान उनकी कई बार मुख्यमंत्री भगवंत मान से अनबन भी हुई। लेकिन सरहदी दौरे के दौरान उन्होंने ऐसी रणनीतियां तैयार की थी, जिनसे क्रास बार्डर तस्करी को रोकने में सहायता मिली।
पंजाब गवर्नर हाऊस से जारी जानकारी के अनुसार राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया 25 सितंबर से लेकर 29 सितंबर तक बार्डर एरिया का दौरा करेंगे। इस बाद दौरे की शुरुआत फिरोजपुर से होगी और समापन पठानकोट में होगा। जिसके बाद सरहदी इलाकों तक पहुंचने के बाद सारी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। सरहदी क्षेत्रों के डिप्टी कमिश्नरों को आदेश जारी किया गया है कि दौरे को लेकर इंतजाम पूरे कर लिए जाएं। सरहद पर बनाई गई समितियों के साथ बातचीत कर मुलाकात के लिए तैयार किया जाए। राज्यपाल कटारिया का ये पहला दौरा है और वे सरहदी गांवों की समस्याओं को सुनना व जानना चाहते हैं।
पंजाब के सरहदी क्षेत्रों में नशे व हथियारों की क्रास बार्डर स्मगलिंग सबसे बड़ी दिक्कत हैं। पूर्व राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने सरहदी क्षेत्रों का दौरा करने के बाद गांव स्तर पर सुरक्षा समितियों का गठन किया था। ये समितियां गांवों में बिकने वाले नशे, सरहद पार से आने वाले नशे और नशा तस्करों की जानकारियां पुलिस को देते थे। पूर्व राज्यपाल पुरोहित ने पंजाब पुलिस और बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के बीच तालमेल बैठाने में भी अहम योगदान निभाया था।
पंजाब के पूर्व राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और सीएम भगवंत मान के बीच सरहदी दौरों के बाद तनातनी बढ़ गई थी। दरअसल, पुरोहित ने अपने दूसरे दौरे में ही आरोप लगा दिए थे कि सरहदी गांवों में नशा धडल्ले से बिक रहा है। इसके अलावा अवैध खन्ना का मुद्दा भी पूर्व राज्यपाल पुरोहित ने उठाया था। जिसके बाद राज्य सरकार व राज्यपाल के बीच खींचतान बढ़ गई थी।