Inkhabar Haryana, Shamsher Singh Gogi: हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के भीतर आत्ममंथन का दौर जारी है। इस बीच, कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर सिंह गोगी ने प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया पर तीखा हमला किया है। उन्होंने दोनों नेताओं के बयानों में तालमेल की कमी को पार्टी की हार का मुख्य कारण बताया है और उनकी जांच की मांग की है।
शमशेर सिंह गोगी ने कहा कि कांग्रेस की हार का एक कारण ईवीएम हो सकता है, लेकिन असली वजह पार्टी के भीतर गुटबाजी और नेतृत्व की असफलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का संगठन कमजोर था और सीनियर नेताओं के बीच संवाद की कमी ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया। उनके अनुसार, यही संदेश जनता के बीच गलत तरीके से गया, जिसका फायदा भाजपा ने पूरी तरह उठाया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी के बयानों में ही कोई तालमेल नहीं है। उदयभान कुछ और कहते हैं, तो दीपक बावरिया उसका खंडन कर देते हैं। सबसे पहले इन दोनों की जांच होनी चाहिए।
शमशेर गोगी ने विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि पार्टी हरियाणा में कहीं नजर नहीं आई। उन्होंने मांग की कि यह भी जांच होनी चाहिए कि चुनाव के समय कांग्रेस की रणनीति और कार्यकर्ता कहां थे। उन्होंने कहा कि हार से कार्यकर्ता निराश जरूर हैं, लेकिन हताश नहीं। उन्हें उम्मीद है कि पार्टी को नई और मजबूत नेतृत्व मिलेगा।
गोगी ने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान देश के नागरिक हैं, लेकिन उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने सरकार पर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया। गोगी ने कहा, “सरकार कहती है कि किसान पैदल जा सकते हैं, लेकिन जब वे ऐसा करते हैं तो उन्हें रोक दिया जाता है। किसानों के साथ अन्याय और राज्यवार विभाजन किया जा रहा है। यह न केवल असंवैधानिक है, बल्कि लोकतंत्र के लिए भी खतरनाक है।”
शमशेर गोगी ने कहा कि पार्टी को हार के असली कारणों का विश्लेषण करना चाहिए और नई रणनीति के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने नई नेतृत्व व्यवस्था और मजबूत संगठन पर जोर दिया। उनका मानना है कि जब तक कांग्रेस के शीर्ष नेता आपसी गुटबाजी से ऊपर उठकर काम नहीं करेंगे, तब तक पार्टी का पुनर्निर्माण मुश्किल होगा।