Inkhabar Haryana, Boxing Champion Naman Tanwar: भारत की मुक्केबाज़ी परंपरा को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय पटल पर गौरव दिलाने का कार्य किया है भिवानी के युवा और होनहार बॉक्सर नमन तंवर ने। हरियाणा के “छोटी कांशी” और “मिनी क्यूबा” के नाम से प्रसिद्ध भिवानी जिले ने देश को एक और सुनहरा पल दिया है, जब नमन ने थाईलैंड में आयोजित थाईलैंड ओपन इंटरनेशनल टूर्नामेंट 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का तिरंगा बुलंद किया।
चीन के खिलाड़ी को हराकर रचा इतिहास
थाईलैंड के रंगमंच पर खेले गए इस प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में नमन तंवर ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चीन के मुक्केबाज़ को 4-1 के स्कोर से हराया। उनकी इस शानदार जीत ने न केवल टूर्नामेंट में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया, बल्कि एक बार फिर नमन की प्रतिभा और मेहनत को दुनिया के सामने साबित कर दिया।
2018 से लेकर अब तक का सफर
यह पहली बार नहीं है जब नमन ने देश को गर्व से भर दिया हो। वर्ष 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में भी उन्होंने भारत को पहला बॉक्सिंग पदक दिलाकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी। नमन का बॉक्सिंग करियर शुरू से ही संघर्ष, लगन और अनुशासन की मिसाल रहा है।
हालुवास गांव से डीसी कॉलोनी तक का सफर
नमन तंवर मूलरूप से भिवानी जिले के हालुवास गांव के रहने वाले हैं। वर्तमान में वे डीसी कॉलोनी, भिवानी में निवास करते हैं। उनकी प्रारंभिक और पेशेवर ट्रेनिंग द्रोणाचार्य अवार्डी कैप्टन हवासिंह श्योराण बॉक्सिंग अकादमी में हुई, जिसे देश की सबसे प्रतिष्ठित बॉक्सिंग संस्थानों में गिना जाता है।
परिजनों और ग्रामीणों में खुशी की लहर
जैसे ही नमन की जीत की खबर उनके गांव और शहर में पहुँची, खुशी की लहर दौड़ गई। परिजनों, रिश्तेदारों और ग्रामीणों ने मिठाइयाँ बाँटी और पटाखे जलाकर इस ऐतिहासिक क्षण का जश्न मनाया। नमन के परिजनों ने कहा कि नमन ने पूरे देश को गौरवान्वित किया है, हमें उस पर गर्व है।