भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, और कप्तान स्मृति मंधाना ने टीम को एक तेज शुरुआत दी। मंधाना ने 47 गेंदों में 53 रन बनाए, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट होकर वापस लौट गईं। उनकी जोड़ीदार प्रतीक रावल ने भी अपनी 76 रनों की पारी से टीम को स्थिरता प्रदान की। दोनों ओपनिंग बल्लेबाजों ने भारत के लिए मजबूत नींव तैयार की, जिससे मध्यक्रम के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका मिला।
बता दें कि, हरलीन ने नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते हुए भारतीय पारी को नई दिशा दी। मंधाना और रावल के विकेट गिरने के बाद टीम को एक मजबूत पारी की आवश्यकता थी, जिसे हरलीन ने बखूबी निभाया। उन्होंने अपने आत्मविश्वास से भरे फुटवर्क और सटीक टाइमिंग का प्रदर्शन किया। उनकी पारी में बेहतरीन स्ट्रोक्स और क्लासिक शॉट्स का नजारा देखने को मिला।
हरलीन को जेमिमा रोड्रिग्स का भी साथ मिला, जिन्होंने 42 रनों का योगदान दिया। दोनों बल्लेबाजों ने बीच के ओवरों में तेजी से रन बनाए और वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को बैकफुट पर धकेल दिया। हरलीन ने मैच के दौरान हर मौके का फायदा उठाया और कैरेबियाई गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त कर दिया।
हरलीन की इस पारी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया। वह भारतीय टीम के लिए वनडे शतक बनाने वाली पांचवीं नंबर 3 बल्लेबाज बन गईं, जिसमें अंजुम चोपड़ा और मिताली राज जैसी दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं। उनकी पारी ने टीम को 300 से अधिक के स्कोर तक पहुंचाने में मदद की, जो वेस्टइंडीज के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हुआ।
115 रनों की इस पारी में हरलीन ने न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल की, बल्कि टीम के लिए मैच का रुख बदलने वाली पारी भी खेली। उनकी इस पारी को भारतीय क्रिकेट में उनके बढ़ते कद का प्रतीक माना जा रहा है।