मंत्री अनिल विज ने बताया कि पहले अम्बाला छावनी अम्बाला-सहारनपुर और अम्बाला-दिल्ली रेलवे लाइनों के कारण अलग-अलग हिस्सों में बंटा हुआ था। रंगिया मंडी, घसीटपुर, शाहपुर और मच्छौंडा में रेलवे फाटकों की वजह से लोगों को आने-जाने में असुविधा होती थी। शाहपुर रेलवे फाटक से परेशान जनता की स्थिति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि “गरीब की किस्मत और शाहपुर रेलवे फाटक कभी-कभी खुलते हैं” जैसी कहावत बन चुकी थी।
विज ने कहा कि उन्होंने रेल मंत्री से मिलकर इन समस्याओं के समाधान के लिए ओवरब्रिज और अंडरपास की स्वीकृति दिलवाई। अब घसीटपुर और शाहपुर में अंडरपास बनकर तैयार हो गए हैं, जबकि रंगिया मंडी और मच्छौंडा में ओवरब्रिज का निर्माण चल रहा है।
बता दें कि, नन्हेड़ा फ्लाईओवर 640 मीटर लंबा है और इसमें 28 स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं, जिससे रात में भी सुगम यात्रा सुनिश्चित होगी। यह पुल रंगिया मंडी, नन्हेड़ा, मिलाप नगर, विद्यानगर और अन्य क्षेत्रों को अम्बाला छावनी के मुख्य सदर क्षेत्र से जोड़ता है। मंत्री विज ने कहा कि पहले इन इलाकों को बाहरी क्षेत्र माना जाता था, लेकिन फ्लाईओवर बनने के बाद यह छावनी का हिस्सा बन गए हैं।
मंत्री विज ने बताया कि मच्छौंडा में भी रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की तैयारी पूरी कर ली गई है। पहले यहां अंडरपास बनाने की योजना थी, लेकिन स्थानीय निवासियों की मांग पर ओवरब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि इसका कार्य शीघ्र शुरू होगा और इससे पूरा क्षेत्र आपस में जुड़कर एकीकृत हो जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि रेलवे ओवरब्रिज और अंडरपास बनने से अम्बाला छावनी की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि छावनी क्षेत्र का आर्थिक और सामाजिक विकास भी तेज होगा। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि सरकार क्षेत्र के हर संभव विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
इस उद्घाटन समारोह में कैंट एसडीएम सितेंद्र सिवाच, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन रितेश अग्रवाल और भाजपा नेता जसबीर सिंह जस्सी सहित कई अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने इस ऐतिहासिक क्षण को साझा किया।