Inkhabar Haryana, Anil Vij on Tiranga Yatra in Ambala: देशभर में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता और पहलगाम हमले का करारा जवाब देने के बाद भारत में उत्साह और गर्व की लहर दौड़ गई है। इसी भावना को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पूरे देश में ‘तिरंगा यात्राएं’ निकाली जा रही हैं। इसी क्रम में हरियाणा के अंबाला कैंट क्षेत्र में भी 18 मई को भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने की तैयारियों की समीक्षा
हरियाणा सरकार के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने अंबाला छावनी में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेकर तिरंगा यात्रा की तैयारियों का जायज़ा लिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा देशभक्ति की भावना को जनमानस में जागृत करने और सैनिकों के सम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से निकाली जा रही है।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे घर-घर जाकर नागरिकों को यात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दें। इसके साथ ही उन्होंने सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक और अन्य संस्थाओं को भी आमंत्रित करने के निर्देश दिए, ताकि यह यात्रा एक सर्व समाज की सहभागिता का प्रतीक बने।
18 मई को राजकीय कॉलेज से होगी यात्रा की शुरुआत
अनिल विज ने जानकारी दी कि यह तिरंगा यात्रा 18 मई, रविवार को सुबह 10 बजे अंबाला छावनी स्थित राजकीय कॉलेज से प्रारंभ होगी। यात्रा में पूर्व सैनिकों, आम नागरिकों, युवाओं और महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की गई है। उन्होंने बताया कि लोगों को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित करने के लिए निमंत्रण पत्र भी वितरित किए जाएंगे।
अंबाला छावनी एक प्रमुख सैन्य क्षेत्र है और यहां के नागरिकों व पूर्व सैनिकों में देशभक्ति की भावना हमेशा उच्च रहती है। मंत्री विज ने उम्मीद जताई कि बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी इस यात्रा को एक ऐतिहासिक आयोजन बनाएगी। उन्होंने कहा कि इस तिरंगा यात्रा के माध्यम से हम अपने सैनिकों को सम्मान देंगे और देश की एकता, अखंडता तथा संप्रभुता को सशक्त करने का संदेश देंगे।
ऑपरेशन सिंदूर देश के लिए गौरव का क्षण
बैठक में बोलते हुए विज ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर करारा प्रहार किया। तीन दिन के भीतर पाकिस्तान को बड़ा नुकसान पहुंचाया गया 100 के करीब आतंकवादी मारे गए और कई सैन्य व हवाई ठिकानों को तबाह किया गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक बार फिर साबित किया है कि देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।