सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि शिकायतकर्ता, जो एक जेबीटी टीचर है, ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी, जो हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है, ने उनके पारिवारिक विवाद के चलते महिला आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत की सुनवाई के दौरान महिला आयोग की उपाध्यक्ष सोनिया अग्रवाल ने शिकायतकर्ता से मामले के निपटारे के लिए रिश्वत की मांग की।
शिकायतकर्ता के अनुसार, सोनिया अग्रवाल के ड्राइवर कुलबीर ने 12 दिसंबर 2024 को उनसे ₹1 लाख की मांग की और राशि हिसार में देने को कहा। शिकायत मिलने पर एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई की योजना बनाई और शिकायत को सत्यापित करने के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए दो अलग-अलग टीमें बनाई गईं।
एसीबी की पहली टीम ने हिसार के जिंदल पार्क के पास जाल बिछाया और ड्राइवर कुलबीर को ₹1 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं, दूसरी टीम ने खरखोदा में सोनिया अग्रवाल को हिरासत में लिया। यह पूरी कार्रवाई गवाहों की उपस्थिति में पारदर्शी तरीके से की गई।
एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोनिया अग्रवाल और उनके ड्राइवर कुलबीर के खिलाफ रोहतक पुलिस थाने में भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले में सभी आवश्यक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और जांच प्रक्रिया जारी है।
ब्यूरो के प्रवक्ता ने आम नागरिकों से अपील की है कि यदि कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी किसी भी काम के बदले रिश्वत मांगता है, तो इसकी शिकायत एसीबी के टोल फ्री नंबर 1800-180-2022 या 1064 पर करें। ब्यूरो ने आश्वासन दिया है कि सभी शिकायतों पर त्वरित और निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।