




Arrival Of Paddy: हरियाणा के अंबाला जिले में इस समय धान की आवक तेज़ी से बढ़ रही है, लेकिन मंडियों से धान की उठान अपेक्षाकृत कम हो रही है। अब तक जिले में 42 लाख क्विंटल से अधिक धान की आवक हो चुकी है, जबकि सिर्फ 25 लाख क्विंटल धान की ही उठान हो पाई है। मंडियों में जगह की कमी के कारण किसान अपनी फसल को सही तरीके से सुखा नहीं पा रहे हैं, जिससे फसल में नमी की मात्रा बढ़ जाती है।
नमी अधिक होने के कारण किसानों को एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) से कम दामों पर अपनी फसल बेचनी पड़ रही है। प्रत्येक अंक पर 25 रुपये का कट लग रहा है, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल करीब 2000 रुपये का नुकसान हो रहा है। इससे किसान आर्थिक रूप से काफी परेशान हो रहे हैं।
विधायक निर्मल सिंह ने अंबाला की नई अनाज मंडी का दौरा कर किसानों और आढ़तियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को समझा। किसानों ने बताया कि सरकार ने नमी वाली धान पर बोनस देने की घोषणा की थी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो रहा है। किसानों का कहना है कि 17% नमी वाली धान पर भी उन्हें बोनस नहीं मिल पा रहा है।
मुलाना अनाज मंडी में अब तक 5 लाख 30 हजार क्विंटल से अधिक धान आ चुकी है और खरीद की प्रक्रिया जारी है। किसानों की शिकायत है कि धान की आवक बढ़ने के बावजूद मंडियों में उठान धीमा है, जिससे मंडियों में जगह की समस्या उत्पन्न हो गई है। मार्किट कमेटी के सचिव अखिलेश शर्मा ने बताया कि धान के उठान में अब तेजी आ रही है, और अब तक 2 लाख 21 हजार क्विंटल धान की उठान हो चुकी है।




