बजरंग पुनिया ने कहा कि किसान अपनी फसलों का सही मूल्य न मिलने के कारण साल दर साल आत्महत्या करने को मजबूर हैं। उन्होंने आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि हर साल लगभग 12 हजार किसान आत्महत्या करते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों की यह दुर्दशा केवल इसलिए हो रही है क्योंकि उन्हें MSP नहीं मिल रहा है। सरकार किसानों की मांगों को अनदेखा कर रही है।
हरियाणा से बीजेपी नेता रामचंद्र जांगड़ा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बजरंग पुनिया ने कहा कि जांगड़ा के दावों में कोई आधार नहीं है। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर जांगड़ा यह कह रहे हैं कि 700 लड़कियां गायब हुई हैं, तो इसके सबूत पेश करें। बजरंग ने कहा कि यह बयान उनकी मानसिक स्थिति पर सवाल खड़ा करता है।
ड्रग्स के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि नशे की समस्या सिर्फ एक राज्य तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक राष्ट्रीय संकट है। उन्होंने खास तौर पर गुजरात का जिक्र करते हुए कहा कि वहां से ड्रग्स की खेप लगातार पकड़ी जा रही है।
बजरंग पुनिया ने जोर देते हुए कहा कि किसानों का मुद्दा किसी एक समुदाय, वर्ग या क्षेत्र का नहीं है, बल्कि यह हर भारतीय से जुड़ा है। उन्होंने अपील की कि सभी लोग अपनी राजनीतिक या सामाजिक सीमाओं से ऊपर उठकर किसानों का साथ दें।