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Bhupinder Singh Hooda: मनमोहन दे गए अपने राज्य में हरियाणा को यें सौगातें, उनका स्थान भरना मुश्किल- हुड्डा

BY: • LAST UPDATED : December 28, 2024

Inkhabar Haryana, Bhupinder Singh Hooda: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह एक ऐसे नेता रहे हैं, जिनका देश की राजनीति और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और दूरदृष्टि ने उन्हें भारतीय राजनीति के सबसे सम्मानित और महत्वपूर्ण नेताओं में से एक बना दिया। उनका कार्यकाल हमेशा याद किया जाएगा, खासकर जब उन्होंने देश को वैश्विक आर्थिक संकट से उबारा और साथ ही विकास की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने भी मनमोहन सिंह के योगदान को अपनी बातों में बखूबी प्रस्तुत किया है, विशेषकर जब उन्होंने किसानों और हरियाणा की प्रगति में उनके योगदान का उल्लेख किया।

मनमोहन ने खाद की कीमतों को किया था कम

मनमोहन सिंह जब वित्त मंत्री थे, उस समय देश में कई आर्थिक चुनौतियां थीं। खाद की कीमतों में अचानक बढ़ोतरी ने किसानों को भारी संकट में डाल दिया। भूपेंद्र हुड्डा ने इस संबंध में मनमोहन सिंह से बातचीत की और उन्होंने किसानों की कठिनाईयों को समझते हुए खाद की कीमतों में कमी करने का कदम उठाया। यह घटना उनके नेतृत्व और किसानों के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है।

उन्होनें बताया कि मनमोहन सिंह जब प्रधानमंत्री बने, तब उन्होंने हरियाणा को विशेष महत्व दिया। उनकी नीतियों और निर्णयों के कारण पूरे राज्य में प्रगति हुई, और हरियाणा ने विकास के नए आयाम स्थापित किए। यह भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में राज्य की समृद्धि के लिए एक अहम योगदान था, और उन्होंने इसे हमेशा सम्मानित किया है।

मनमोहन सिंह का स्थान भरना मुश्किल- हुड्डा

भूपेंद्र हुड्डा ने मनमोहन सिंह के एक व्यक्तिगत किस्से का भी उल्लेख किया, जब वह चंडीगढ़ गए थे। अपने दौरे के दौरान उन्होंने अपने पुराने मित्र के घर का दौरा किया, जहां एक पुराने अखबार की कटिंग ने उन्हें उनके कॉलेज के दिनों की याद दिलाई। यह घटना उनके जीवन की सहजता और अपार विनम्रता को उजागर करती है, जो हमेशा उनके व्यक्तित्व का हिस्सा रही।

मनमोहन सिंह का जाना भारतीय राजनीति और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री को उनके स्मारक के निर्माण के लिए एक पत्र लिखा है, जिससे यह साफ होता है कि उनका स्थान राजनीति और समाज में हमेशा रिक्त रहेगा। भूपेंद्र हुड्डा ने इस पर भी अपनी बात रखी और कहा कि मनमोहन सिंह का स्थान भरना मुश्किल है, क्योंकि उनका योगदान न केवल देश की राजनीति बल्कि समाज की प्रगति में भी अद्वितीय था।