Inkhabar Haryana, Chandigarh News: हरियाणा रोडवेज़ विभाग के तहत अक्टूबर और नवंबर 2018 में हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भर्ती किए गए परिचालकों की नौकरी अब संकट में है। जी हां, सहीं पढ़ा अपनें विभाग ने सभी जिलों के महाप्रबंधकों को निर्देश दिया है कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान जमा किए गए अनुभव प्रमाण पत्रों की जांच की जाए।
यह कार्रवाई उस शिकायत के बाद शुरू की गई है, जिसमें कहा गया है कि कुछ परिचालकों ने नौकरी पाने के लिए संदिग्ध अनुभव प्रमाण पत्र लगाए थे। इस जांच के कारण परिचालकों में नौकरी छिनने का डर और चिंता गहराती जा रही है।
रोडवेज़ विभाग को शिकायत मिली थी कि 2018 में कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भर्ती किए गए परिचालकों में से कुछ ने फर्जी या संदिग्ध अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए थे। शिकायत के आधार पर विभाग ने सभी जिलों के महाप्रबंधकों को आदेश दिए हैं कि वे भर्ती के समय प्रस्तुत दस्तावेजों की विस्तृत जांच करें।
बता दें कि, सभी जिलों के रोडवेज़ महाप्रबंधकों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी हो। विभाग ने निर्देश दिया है कि यदि किसी परिचालक के दस्तावेज़ संदिग्ध पाए जाते हैं, तो तुरंत उचित कार्रवाई की जाए। इसके तहत दोषी पाए जाने वालों की नौकरी भी समाप्त की जा सकती है।
जांच के आदेश के बाद परिचालकों में नौकरी जाने का भय बढ़ गया है। प्रभावित कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने अपनी ओर से सभी दस्तावेज़ सही तरीके से प्रस्तुत किए थे और किसी भी गड़बड़ी के लिए वे जिम्मेदार नहीं हैं। वहीं, कुछ परिचालकों ने इस जांच को गैरजरूरी बताते हुए इसे मनोबल गिराने वाली कार्रवाई करार दिया है।
रोडवेज़ विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह जांच शिकायतों के मद्देनज़र की जा रही है और इसका उद्देश्य भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करना है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो परिचालक निर्दोष पाए जाएंगे, उनकी नौकरी पर कोई खतरा नहीं होगा।