चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत करते हुए दिग्विजय चौटाला ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि किसानों की बदहाली के लिए पूरी तरह सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि किसानों से बड़े-बड़े वादे करके सत्ता में आई भाजपा सरकार ने केवल अपने हित साधे और किसानों को भूल गई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश की आर्थिक रीढ़ किसान आज भी घाटे में रहकर अपनी मेहनत से योगदान दे रहा है, लेकिन सरकार उनकी जायज मांगों को अनदेखा कर रही है।
दिग्विजय ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के 17 दिन से चल रहे आमरण अनशन का उल्लेख करते हुए कहा कि भाजपा सरकार के लिए यह शर्म की बात है कि एक किसान नेता को भूखा रहकर अपने हक की मांग करनी पड़ रही है। उन्होंने चेताया कि यदि सरकार ने जल्द ही डल्लेवाल के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया और उनकी मांगों को नहीं माना, तो यह सरकार की बड़ी विफलता होगी।
उन्होंने कहा कि पिछली बार भी जब किसानों ने अनशन किया था, भाजपा सरकार ने एमएसपी सहित अन्य मांगों को मानने का वादा किया था, लेकिन आज तक उन वादों को पूरा नहीं किया गया।
दिग्विजय चौटाला ने भाजपा सरकार पर किसानों के संवैधानिक आंदोलनों को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब किसान अपनी बात शांतिपूर्ण ढंग से रखने की कोशिश करते हैं, तो उन पर लाठीचार्ज किया जाता है। अब जब किसान आमरण अनशन पर हैं, तो उन्हें जबरदस्ती उठाने की कोशिश हो रही है। यह लोकतंत्र की भावना के खिलाफ है।
दिग्विजय चौटाला ने स्पष्ट किया कि जेजेपी पूरी तरह से किसानों के साथ है। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद किसानी को बचाना है। किसान देश की आत्मा हैं और उनके हितों की रक्षा के लिए जेजेपी हर स्तर पर संघर्ष करेगी। भाजपा सरकार को यह समझना चाहिए कि किसान देश की आर्थिक नींव हैं, और उनकी मांगों को नजरअंदाज करना समाज और देश दोनों के लिए हानिकारक है।
दिग्विजय चौटाला ने भाजपा सरकार से किसानों की मांगों को तुरंत मानने की अपील की। उन्होंने कहा कि यदि सरकार को किसानों की तनिक भी चिंता है, तो जगजीत सिंह डल्लेवाल से संपर्क करके उनकी मांगों को मानते हुए उनका अनशन समाप्त करवाए।