Inkhabar Haryana, Faridabad News: फरीदाबाद पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे शातिर व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो खुद को भारतीय पुलिस सेवा (IPS) का वरिष्ठ अधिकारी बताकर पुलिस को गुमराह कर रहा था। आरोपी गौरव शर्मा, जो दिल्ली के महरौली का निवासी है, एक निजी कंपनी में सीनियर मैनेजर के रूप में कार्यरत था और उसे हर महीने करीब डेढ़ लाख रुपये वेतन मिलता था। बावजूद इसके, उसने खुद को दक्षिणी दिल्ली का डीसीपी बताकर पुलिस से विशेष सुविधाएं लेने की कोशिश की।
क्या है पूरा मामला?
बुधवार रात करीब 9:30 बजे, फरीदाबाद सेंट्रल डीसीपी उषा मैडम के नाम से पुलिस को एक कॉल आया। कॉल में बताया गया कि दिल्ली के डीसीपी सुरेंद्र चौधरी फरीदाबाद आ रहे हैं और उनके लिए एस्कॉर्ट वाहन और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जाए। संदेह होने पर पल्ला थाना एसएचओ रणवीर सिंह ने दिए गए नंबर पर कॉल किया, जहां आरोपी ने खुद को दक्षिणी दिल्ली का डीसीपी बताते हुए पायलट सुविधा की मांग की।
पुलिस को उसकी भाषा और बातचीत के लहजे से शक हुआ। एसएचओ ने तुरंत उसे दिल्ली के कालिंदी कुंज बॉर्डर तक पहुंचने के लिए कहा, ताकि उसकी पहचान सत्यापित की जा सके। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो सामने आया कि गौरव शर्मा असल में कोई आईपीएस अधिकारी नहीं, बल्कि एक फर्जीवाड़ा कर रहा था।
पुलिस ने किया गिरफ्तार